कोलकाता। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने हाईकोर्ट में कोलकाता के नए मुख्य न्यायाधीश के रूप में न्यायधीश प्रकाश श्रीवास्तव को शपथ दिलाई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित अन्य कई वरिष्ठ न्यायाधीश और वकील उपस्थित थे। कलकत्ता हाई कोर्ट के एक नंबर कक्ष में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया था। समारोह में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी उपस्थित थी। न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव इससे पहले मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के न्यायाधीश थे।
आमंत्रितों की सूची में बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्त और चेन्नई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश संजीव बनर्जी भी थे। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने रविवार को देश के 13 हाई कोर्ट में मुख्य न्यायाधीशों की नियुक्ति व तबादले को अनुमोदित किया था। कलकत्ता हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश का पद काफी समय से रिक्त था। इतने दिनों तक राजेश बिंदल कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के तौर पर थे। राजेश बिंदल को इलाहाबाद हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है।
शपथ लेने के बाद मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव ने कहा, “मैं सबसे पुराने उच्च न्यायालय का प्रमुख बनकर खुश हूं। यह कोर्ट अपने प्रसिद्ध बारों के लिए जाना जाता है। यहां मशहूर वकील हैं। वादी का यह कर्तव्य है कि वह शीघ्र सुनवाई करे। मैं इस लक्ष्य पर अडिग रहूंगा। मैं ऐसा मुख्य न्यायाधीश बनूंगा और आशा है कि बिना किसी रुकावट के काम कर सकूंगा।”
रंजीत मोरे को मेघालय हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है। इसी तरह सतीश चंद्र शर्मा को तेलंगाना हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है। वे इतने दिनों तक कर्नाटक हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश थे। आरवी मालिमाथ को मध्य प्रदेश हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है।
वे इससे पहले हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के पद पर थे। इसी तरह ऋतुराज आगस्ती को कर्नाटक अरविंद कुमार को गुजरात और प्रशांत कुमार मिश्रा को आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है।