बंगाल सरकार ने मिनी लॉकडाउन 15 फरवरी तक बढ़ाया, पर्यटन केंद्रों को खोलने की मिली अनुमति

कोलकाता। राज्‍य में कोरोना संक्रमण के मामले का ग्राफ तेजी से गिर रहा है। लेकिन राज्य सरकार कोई कोताही बरतने के मूड में नहीं है। कोविड महामारी को देखते हुए राज्य सरकार ने कोविड 19 प्रोटोकॉल विधि निषेध की समय सीमा 15 फरवरी तक बढ़ा दी है। हालांकि पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों की मांग को ध्‍यान में रखते हुए इस दौरान 75 प्रतिशत क्षमता के साथ पर्यटन स्थलों को खोलने की अनुमति दे दी गई है। इससे पर्यटन उद्योग से जुड़े टूर एंड ट्रैवेल्‍स ऑपरेटर, होटल व्यवसायी समेत अन्य लोगों ने खुशी व्यक्त की है। पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों का मानना है कि पर्यटन स्थलों के खुलने से पहाड़ के साथ-साथ डुआर्स का क्षेत्र एक बार फिर पर्यटकों से गुलजार होगा।

उनका मानना है कि जिस तरह से दुर्गा पूजा के बाद दार्जिलिंग सिक्किम के साथ-साथ डुवार्स समेत उत्तर बंगाल के विभिन्न हिस्सों में पर्यटकों का आना शुरू हुआ था, तथा पर्यटक स्थलों की रौनक बढ़ने लगी थी, यह सिलसिला फिर से फरवरी महीने में शुरू हो जाएगा। पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि दार्जिलिंग सिक्किम तथा डुवार्स क्षेत्र में आनेवाले पर्यटकों से वालों का आवेदन करेंगे की कोरोनावायरस महामारी के प्रकोप को देखते हुए कोविड-19 फोटो प्रोटोकॉल का गंभीरता से पालन करें जिससे भविष्य में कोविड-19 के प्रसार को रोकने में मदद मिले, ताकि पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों के आवागमन का सिलसिला जारी रहे।

इस बारे में हिमालयन हॉस्पिटेल्‍टी टूरिज्म डेवलपमेंट नेटवर्क के महासचिव सम्राट सान्‍याल ने कहा कि मुख्मंत्री ममता बनर्जी पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों की समस्याओं को समझी तथा पर्यटन स्थलों को खोले जाने का आवेदन को स्वीकार करते हुए अनुमति प्रदान की। क्योंकि मुख्यमंत्री को मालूम था कि महामारी के दौर में सबसे ज्यादा नुकसान पर्यटन उद्योग को हुआ है। इस देखते हुए इस उद्योग से जुड़े लोगों के प्रति उन्होंने जो सहानुभूति दिखाई है इसके लिए उनके प्रति हमारा संगठन आभार प्रकट करता है। उन्होंने कहा कि हम लोग भरोसा देते हैं इस क्षेत्र में आने वाले पर्यटक कोविड 19 प्रोटोकॉल का पालन करें इस पर नजर रखा जाएगा तथा पर्यटकों से भी आग्रह किया जाएगा कि वह कोविड-19 गाइडलाइन को मानते हुए ही भ्रमण करें।

वहीं ईस्टर्न हिमालयन ट्रैवल एंड टूर ऑपरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष देवाशीष मैत्रो का राज्य सरकार द्वारा नए तरीके से विधि निषेध की गई घोषणा में पर्यटन उद्योग को छूट भी आ जाना स्वागत योग्य है। क्योंकि पर्यटन उद्योग बंद होने से उस उद्योग को काफी नुकसान पहले ही हो चुका है। उम्मीद है कि देश के विभिन्न हिस्सों से पर्यटक दार्जिलिंग सिक्किम तथा उत्तर बंगाल के विभिन्न हिस्सों में भ्रमण के लिए आएंगे। पर्यटन उद्योग से इस क्षेत्र के हजारों लोग जुड़े हैं, जिनके सहारे अपने परिवारों का पालन पोषण करते हैं, उन्हें इसे राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि हम लोग इतना विश्वास दिलाते हैं कि पर्यटन उद्योग चालू होने से भी कोविड-19 प्रोटोकॉल नियमों की अनदेखी नहीं की जाएगी। कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा।

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