कोलकाता : केंद्र की जनसमर्थक नीतियों का कथित तौर पर विरोध करने के लिए पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार की आलोचना करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को कहा कि राज्य को ‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान’ का लाभ नहीं मिल सकता क्योंकि इसने प्रवासी श्रमिकों का आंकड़ा मुहैया नहीं कराया है।
बंगाल के लोगों के लिए आयोजित डिजिटल रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की राज्य में श्रमिक विशेष रेलगाड़ी सेवाओं की अनुमति देने में अनिच्छा जताने के लिए भी आलोचना की। उन्होंने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल सरकार केंद की सभी जन हितैषी नीतियों का विरोध करती रही है..1 प्रवासी श्रमिकों पर छह राज्यों ने आंकड़े साझा किए हैं। बहरहाल, पश्चिम बंगाल ने आंकड़ा साझा नहीं किया है।’’
हमारे प्रधानमंत्री ने एक योजना की शुरुआत की जिसमें देश के 116 जिलों को कवर किया जाएगा लेकिन बंगाल के किसी भी जिले को इसमें शामिल नहीं किया जाएगा क्योंकि तृणमूल सरकार ने हमसे आंकड़ा साझा नहीं किया। बंगाल में सत्तारूढ़ दल केंद्र की किसी भी कल्याणकारी योजना को लागू नहीं करना चाहता।’’ तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने ‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान’ का लाभ राज्य को नहीं देने के लिए हाल में केंद्र सरकार की आलोचना की थी।
बहरहाल, सीतारमण ने चीन-भारत सीमा गतिरोध पर केंद्र सरकार का समर्थन करने के लिए मुख्मयंत्री की प्रशंसा की।
सीतारमण ने कहा, ‘‘मैं उन्हें एक बात का श्रेय दूंगी कि कम से कम चीन -भारत सीमा मुद्दे पर उन्होंने (ममता बनर्जी) केंद्र का साथ दिया।’’ टीएमसी सरकार को ‘‘जनविरोधी’’ करार देते हुए सीतारमण ने कहा कि राज्य को चक्रवात ‘अम्फान’ के बारे में 11 दिन पहले सूचित किया गया था लेकिन इसने पर्याप्त उपाय नहीं किए। समय रहते कदम उठाए गए होते तो कई जिंदगियां बचाई जा सकती थीं।