भ्रष्टाचार और हिंसा की वज़ह से बंगाल का विकास नहीं हुआ : दिनेश त्रिवेदी

कोलकाता (Kolkata) : तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद पद से इस्तीफा दे चुके पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने राज्य में लगातार हिंसा और भ्रष्टाचार को लेकर चिंता जाहिर की है। एक सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे त्रिवेदी ने कहा कि बंगाल में भ्रष्टाचार और हिंसा चरम पर है। इसकी वजह से यहां विकास नहीं हुआ। हिंसा और भ्रष्टाचार का मॉडल (तृणमूल) बंगाल के लिहाज से सही नहीं है।

पूर्व रेल मंत्री ने प्रधानमंत्री की लोकप्रियता को देखते हुए उनकी सराहना की और कहा कि लोगों ने उनके नेतृत्व में विश्वास किया है। त्रिवेदी ने अपनी राजनीतिक योजनाओं का खुलासा नहीं किया। उन्होंने ममता द्वारा भाजपा नेताओं, पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर गृहमंत्री अमित शाह तक को बाहरी बताने को बंगाल के उदारवादी लोकाचार का ‘विरोधी’ करार दिया।

उल्लेखनीय है कि त्रिवेदी ने पिछले शुक्रवार को राज्यसभा और तृणमूल से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा कि बंगाल में जारी हिंसा और इस बारे में कुछ भी कर पाने में अपनी असमर्थता के कारण उन्हें घुटन महसूस हो रही है। उन्होंने कहा कि बंगाल में हम नायकों और उनके आदर्शों के बारे में बात करते हैं, लेकिन हम जो देखते हैं वह विपरीत है।

उन्होंने कहा कि राज्य में जो कुछ हो रहा था एक जनप्रतिनिधि के रूप में वह उसकी अनदेखी नहीं कर सकते थे। त्रिवेदी ने तृणमूल कांग्रेस पर राज्य में होने वाली घटनाओं को स्वीकार नहीं करने और खुद को पीड़ित के तौर पर पेश करने का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि अगर सोच की प्रक्रिया यह है कि यदि आप नियमित रूप से प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के बारे में बदजुबानी नहीं करते हैं, तो आप पार्टी के वफादार कार्यकर्ता नहीं हैं।

राजनीतिक हलकों में ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इस बारे में उन्होंने कहा कि भाजपा दुनिया की नंबर वन पार्टी है। मैं कैलाश विजयवर्गीय जी और दिलीप घोष जी को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने मुझे अपनी पार्टी में स्वागत करने की बात की। आगे क्या होगा, यह सिर्फ समय ही बताएगा। लेकिन मैं बंगाल के लोगों की भलाई के लिए लड़ता रहूंगा।

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