Kolkata Desk: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ऐलान किया है कि अभी बंगाल में लोकल ट्रेन नहीं चलाई जायेगी, क्योंकि लोकल ट्रेन चलने से कोरोना संक्रमण फिर से बढ़ने की आशंका है। जब तक गांवो में 50 प्रतिशत टिकाकरण नहीं होगा तब तक बंगाल में नहीं चलेगी लोकल ट्रेन, हालांकि बंगाल में कोरोना संक्रमण के मामले में लगातार कमी आ रही है, फिर भी ऐतिहात के तौर पर अभी लोकल ट्रेन नहीं चलाई जाएगी। ज्ञातव्य है कि बंगाल में पहले ही 30 अगस्त तक पाबंदियां लागू है, हालांकि पाबंदियों में छूट भी दी गई हैं।
ममता बनर्जी ने कहा कि, “पीएम ने कहा है कि पूरे देश में 50 फीसदी वैक्सीन दे दिया हो गया है, लेकिन बंगाल को 3 करोड़ वैक्सीन मिले हैं, अर्थात एक चौथाई ही वैक्सीन मिला है। हमलोग पहले शहरी इलाके में 75 फीसदी शहरी जनसंख्या कवर कर रहे हैं। शहरी इलाके पर विशेष जोर दिया जा रहा है। उसके बाद ग्रामीण इलाकों में वैक्सीनेशन का काम किया जाएगा। जब तक ग्रामीण इलाकों में 50 फीसदी वैक्सीनेशन पूरा नहीं हो जाता है, तब तक लोकल ट्रेन चालू नहीं करेंगे। तीसरे वेब की आशंका है। इस कारण अभी लोकल ट्रेन नहीं शुरू कर रहे हैं।”
बंगाल में कोरोना का संक्रमण घटने के साथ ही पाबंदियों में छूट देना शुरू हो गया है। इसके मद्देनजर इस सीजन में पहली बार स्वीमिंग पुल खुल गए। राज्य सरकार ने कोविड नियमों को ध्यान में रखकर 50 प्रतिशत तैराकों के साथ खोलने की अनुमति दी है। साथ ही बुधवार को हावड़ा स्थित बेलूर मठ खुल गया है, निक्को पार्क भी खोल दिया गया है। लेकिन प्रवेश को लेकर कुछ पाबंदियां की गई हैं।
ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल की ओर से नीति आयोग को ज्ञापन दिया जाएगा। घाटाल मास्टर प्लान, सुंदरवन मास्टर प्लान, दीघा मास्टर प्लान, घाटाल मास्टर प्लान, डीवीसी ड्रेजिंग और मुर्शिदाबाद-मालदा गंगा कटाव को लेकर बंगाल के सांसदों और मंत्रियों का एक प्रतिनिधिमंडल मुलाकात करेगा। उन्होंने कहा कि अम्फान चक्रवात तूफान, यास चक्रवाती तूफान, बुलबुल चक्रवाती तूफान में केंद्र सरकार ने मदद नहीं दी है।