कोलकाता। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने कहा कि उसने पश्चिम बंगाल (West Bengal) में चुनाव के बाद की हिंसा के दौरान भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता अविजीत सरकार की हत्या के मामले (Avijit Sarkar murder case) में चल रही जांच से जुड़े दो लोगों को हिरासत में लिया है। सीबीआई द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, गिरफ्तार किए गए दो व्यक्ति संजय बारिक और पपिया बारिक हैं। इन दोनों का नाम केंद्रीय एजेंसी द्वारा मामले में पहले दायर चार्जशीट में रखा गया था।
तत्काल चुनाव के बाद की हिंसा का मामला सीबीआई द्वारा इस आरोप पर दर्ज किया गया था कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस से कथित रूप से जुड़े लोगों द्वारा सरकार पर क्रूरता से हमला किया गया था, जिसमें उनकी मौत हो गई थी। ऐसी शिकायतें थीं कि बदमाशों ने मृतक के घर पर हमला किया, कीमती सामान लूट लिया, सीसीटीवी सिस्टम को नष्ट कर दिया और उसका डीवीआर निकाल लिया।
बदमाशों ने मृतक के परिवार के अन्य सदस्यों बिस्वजीत सरकार और माधबी सरकार पर भी हमला किया। सीबीआई के बयान में कहा गया है, यह भी आरोप लगाया गया कि आरोपियों ने उन्हें धमकी दी और बेरहमी से अविजीत सरकार की हत्या कर दी। जांच के बाद इन गिरफ्तार आरोपियों सहित 20 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई। दोनों गिरफ्तार आरोपियों को सक्षम अदालत में पेश किया जाएगा।
सीबीआई ने पिछले साल मई में इस मामले में वरिष्ठ तृणमूल विधायक परेश पॉल को तलब कर पूछताछ की थी। यह आरोप लगाया गया कि सरकार के हत्यारे पॉल के अनुयायी थे। सरकार को 3 मई, 2021 को पीट-पीटकर मार डाला गया था, जिस दिन 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित किए गए थे।
सीबीआई ने कलकत्ता उच्च न्यायालय के एक आदेश के बाद जांच अपने हाथ में ली। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की एक टीम ने राज्य के विभिन्न इलाकों का दौरा किया और एक रिपोर्ट सौंपी, जिसमें सत्तारूढ़ तृणमूल के कई शीर्ष नेताओं और विधायकों को चुनाव के बाद की हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया।