- TMC के मुखपत्र जागो बांग्ला में चुनाव बाद की हिंसा’ पर जवाबी प्रतिवाद
Kolkata Desk: चुनाव बाद की हिंसा में मारे गए 21 लोगों में से 16 TMC के कार्यकर्ता थे, कुछ ऐसा ही दावा किया गया है, तृणमूल के मुखपत्र जागो बांग्ला में।
तृणमूल प्रवक्ता ने लिखा, अगले कानूनी कदम में इसकी और पुष्टि हो जाएगी। तृणमूल का कुछ ऐसा ही दावा है कि विधानसभा चुनाव बाद की हिंसा में मारे गए 21 लोगो में से 16 तृणमूल के कार्यकर्ता थे। हम उच्च न्यायालय के फैसले से चिंतित नहीं है, यह पार्टी के मुखपत्र ‘जागो बांग्ला’ के संपादकीय में लिखा गया है।
‘जागो बांग्ला’ के संपादकीय में शनिवार को लिखा गया, ‘चुनाव बाद हिंसा के मामले में कलकत्ता उच्च न्यायालय ने फैसला सुनाया है। फैसला क्या है सभी को पहले से ही पता है। इस मुद्दे पर शुरुआती प्रतिक्रिया और कुछ मीडिया के शुरुआती प्रेजेंटेशन में बीजेपी बड़ी-बड़ी बाते कर रही है। हमने इस पर पहले ही कहा था कि शीर्ष नेतृत्व मामले को देख रहा है।
पूरे फैसले की जांच की जाएगी और सूचित किया जाएगा। तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व आने वाले समय में जो कहना है कहेगा। सब कुछ कानून के दायरे में ही होगा। लेकिन हम विश्वास के साथ कह सकते हैं कि तृणमूल बिलकुल भी उदिग्न नहीं है। पहले ही सूत्रों के हवाले से पता चला था कि मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट के मद्देनजर संबंधित पुलिस थानों से जानकारी मांगी गई थी। जागो बांग्ला में उन्हीं आंकड़ों पर प्रकाश डाला गया है।
पार्टी के मुखपत्र जागो बांग्ला के संपादकीय में लिखा गया है कि चुनाव बाद की हिंसा’ की घटना में राज्य भर में तृणमूल के कार्यकर्ता भी मारे गए हैं। इसमें लिखा गया है, ’21 मौतों में से 18 तृणमूल कार्यकर्ताओं की हैं, हम क्यों चिंतित हों? आइए जांच करते हैं। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट बीजेपी पार्टी का घोषणापत्र है। इस बीच हाईकोर्ट पहले ही उनकी 10 गलतियां पकड़ चुका है। अगले कानूनी चरण में इसकी पुष्टि की जाएगी।