कोलकाता : रामकृष्ण मठ एवं मिशन के वैश्विक मुख्यालय बेलूर मठ ने महामारी की स्थिति के चलते अपने इतिहास में पहली बार दुर्गा पूजा के दौरान श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति नहीं देने एवं पूजन प्रक्रिया का सीधा प्रसारण करने का निर्णय लिया है। बेलूर मठ के एक प्रवक्ता कहा, ‘‘ हम अपने लाखों श्रद्धालुओं, जो हर साल चार दिनों तक बेलूर मठ मंदिर प्रांगण एवं पंडाल में आते है, को घर में बैठकर 21-26 अक्टूबर तक यूट्यूब पर विधि-विधान देखने का अनुरोध करते हैं।’’
उन्होंने कहा कि श्रद्धालु इंटरनेट पर पूजन कार्यक्रम देख सकते है। प्रवक्ता ने कहा कि बेलूर मठ में दुर्गा पूजा के इतिहास में यह पहली बार है कि श्रद्धालुओं को पूजा देखने आने की अनुमति नहीं होगी। इस परंपरा की शुरुआत स्वामी विवेकानंद ने इसी परिसर में 1901 में की थी।