कोलकाता। मां सरस्वती की पूजा का पर्व बसंत पंचमी 26 जनवरी 2023, गुरुवार को है। हर वर्च खरीदारी के लिहाज अपनी एक विशिष्ट पहचान रखता है। बसंत पंचमी का पर्व भी एक ऐसा ही पर्व है, जिस दिन खरीदारी की जाती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार बसंती पंचमी के दिन भी कुछ विशिष्ट वस्तुओं को खरीदकर घर लाया जाता है, इनसे घर में धन और समृद्धि में बढ़ोतरी होती है। आइए डालते हैं एक नजर उन वस्तुओं को जिन्हें बसंत पंचमी के दिन खरीदकर लाया जाता है।
शादी का जोड़ा
शास्त्रों के अनुसार बसंत पंचमी पर भगवान शंकर और देवी पार्वती के विवाह के लिए तिलकोत्सव हुआ था। इस दिन विवाह से जुड़़ी सामग्री जैसे शादी का जोड़ा, मंगलसूत्र, टीका दुल्हन के शृंगार का सामना आदि खरीदना बहुत शुभ माना जाता है। मान्यता है इससे सौभाग्य में वृद्धि होती है।
पीले रंग की क्रिस्टल बॉल
फेंगशुई में पीले रंग की क्रिस्टल बॉल को एनर्जी का प्रतीक माना गया है। बसंत पंचमी पर पीला रंग का खास महत्व है ऐसे में पीली क्रिस्टल बॉल को घर के मुख्य दरवाजे पर लगाने से बच्चों की शिक्षा में बाधा नहीं आती।
मोरपंख का पौधा
बसंत पंचमी पर मोरपंखी का पौधा घर की पूर्व दिशा में जोड़े में लगाएं। इस पौधे को आप मुख्य द्वार पर भी लगा सकते हैं। मोरपंखी पौधे को विद्या का पौधा भी कहा जाता है। इसे घर में लगाने से माँ सरस्वती संग लक्ष्मी जी का आशीर्वाद भी मिलता है।
सरस्वती को अर्पित करें बांसुरी, वीणा
संगीत क्षेत्र से जुड़े व्यक्ति बसंत पंचमी पर छोटा वाद्य यंत्र जैसे वीणा, बांसुरी आदि घर लाकर मां सरस्वती के चरणों में अर्पित करें। जो संगीत सीखना चाहते हैं वह इस दिन से शुरुआत करें। मान्यता है इससे मां सरस्वती की कृपा बरसती है और व्यक्ति क्रिएटिव बनता है।
ईशान कोण में लगाए माँ सरस्वती की तस्वीर
बसंत पंचमी पर देवी सरस्वती की नई तस्वीर घर लाकर ईशान कोण में लगाए इससे बच्चों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। पढ़ाई में कमजोर बच्चे की बुद्धि में बढ़ोत्तरी होती है।
वाहन व सम्पति
बसंत पंचमी पर वाहन और घर खरीदना बहुत शुभ फलदायी होता। ये हमेशा फलते-फूलते हैं।
Note : आलेख में दी गई जानकारियों को लेकर हम यह दावा नहीं करते कि यह पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।