खड़गपुर : जंगल महल के विभिन्न भागों के साथ ही बांकुड़ा में भी भाजपा की आंतरिक गुटबाजी करारी हार से सीट खोने के बावजूद कम नहीं हो रही है। हाल में सम्पन्न लोकसभा चुनाव में बागी उम्मीदवार रहे जीवन कृष्ण चक्रवर्ती ने समर्थन देने वालों खासकर हिंदू महासभा के प्रति कृतज्ञता जताई है।
बता दे कि इस चुनाव में भी पूर्व केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री सुभाष सरकार बांकुड़ा से भाजपा के उम्मीदवार थे। चुनाव में पूर्व जिला भाजपा अध्यक्ष जीवन चक्रवर्ती ने अखिल भारत हिंदू महासभा के समर्थन से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में डॉ. सुभाष सरकार के खिलाफ चुनाव लड़ा और सजा के तौर पर उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।
तब जीवन चक्रवर्ती ने अखिल भारत हिंदू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. चंद्रचूड़ गोस्वामी से मदद मांगी, चंद्रचूड़ ने उन्हें बिना शर्त सहयोग का आश्वासन दिया। चंद्रचूड़ का कहना है कि बीजेपी अपने पदाधिकारियों को सजा दे सकती है लेकिन अगर हिंदू महासभा से मदद लेने के लिए किसी को सजा दी जाती है तो मैं अंत तक अपने साथियों के साथ हूं।
मेरा मानना है कि किसी भी समस्या का समाधान बिना किसी को दंडित किए बातचीत से किया जा सकता है। आने वाले दिनों में जीवन चक्रवर्ती ही नहीं, बल्कि किसी भी राजनीतिक दल के सताए, पीड़ित और अपमानित पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मैं खड़ा रहूंगा, क्योंकि मेरा मानना है कि किसी भी राजनीतिक दल में मंच बांधने वाले मंच पर बोलने वालों से बेहतर होते हैं।
दूसरी तरफ बागी भाजपा उम्मीदवार जीवन चक्रवर्ती ने कहा पिछले 36 साल से भाजपा से जुड़ा था। पार्टी की हालत से दुखी भाजपा कार्यकर्ताओं ने ही मुझे निर्दलीय खड़ा किया। इसके लिए पार्टी ने मुझे बहिष्कृत किया। जबकि मैं दिलीप घोष के प्रदेश अध्यक्ष रहने के दौरान ही पार्टी से बहिष्कृत किया जा चुका हूं। दोबारा बहिष्कार करने का मतलब एक व्यक्ति को दो बार फांसी देने के समान है।
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