अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा द्विपक्षीय वार्ता में जी-20 के भारतीय नेतृत्व की सराहना की!
वैश्विक दिग्गज नेताओं से विभिन्न मुद्दों पर भारत की द्विपक्षीय बैठक पर दुनियां की नजरें – रणनीतिक साझेदार मिल बैठ इतिहास रचेंगे – एडवोकेट किशन भावनानी गोंदिया
किशन सनमुखदास भावनानी, गोंदिया, महाराष्ट्र। वैश्विक स्तर पर तेजी से उभरकर चांद पर पहुंचकर अब सूर्य तक पहुंचने के लिए कदम बढ़ा चुके दुनियां के महाशक्ति तारे बनने की ओर कदम बढ़ा चुके भारत द्वारा 9-10 सितंबर 2023 को जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। इस समिट में हिस्सा लेने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन 8 सितंबर 2023 को शाम दिल्ली पहुंचे। बाइडन से पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री अल्बनीज, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति, इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत पहुंची थीं। बांग्लादेश को भारत की ओर से बतौर अतिथि जी-20 में बुलाया गया है।
जी20 समिट का का मुख्य कार्यक्रम दिल्ली के प्रगति मैदान में बनाए गए भारत मंडपम में होगा। इसके अलावा अन्य कुछ कार्यक्रम अलग-अलग स्थलों पर होंगे। शनिवार को सुबह 9:30 बजे सभी देशों और शिष्टमंडलों के नेता भारत मंडपम में पहुंचें हैं जिस तरह अनेकों महीनों से पूरे भारत में जी 20की बैठकों की मेजबानी भारत ने की है, उससे विकसित और विकासशील देश बहुत खुश नजर आए। शायद यही कारण है कि ब्रिटेन, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया सहित भारत का करीबी दोस्त सहित रणनीतिक साझेदार अमेरिका से 8 सितंबर 2023 को दोनों रणनीतिक साझेदार करीबी से द्विपक्षीय वार्ता कर अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा जी20 के सफ़ल नेतृत्व के लिए भारत की सराहना की है।
क्योंकि जिस तेजी से भारत अपनी क्षमताओं को वैश्विक पटल पर रख रहा है और भारत अमेरिका रणनीतिक साझेदारी तेजी से अपनी मंजिल पर पहुंच रही है, नए-नए समझौते हो रहे हैं, पुराने समझौते तेजी से क्रियान्वयन हो रहे हैं, लगातार इससे संबंधित अधिकारी मंत्रियों की बैठकें हो रही है, उससे यही लगता है कि आने वाले वर्षों में भारत अमेरिका का विश्वस्त साझेदार और विश्वस्त दोस्त माने जाएंगे और दोनों ही सर्वाधिक पावरफुल महाशक्तियां मानी जाएगी। चूंकि दुनियां के टॉप मोस्ट दिग्गज नेताओं सहित अमेरिकी राष्ट्रपति 8 सितंबर 2023 को अपने पहले भारतीय दौरे पर आए हैं इसके लिए भारत भी पूर्ण रूप से अतिथि देवो भव: की थीम पर स्वागत किए है। इसलिए आज हम मीडिया में उपलब्ध जानकारी के सहयोग से इस आलेख के माध्यम से चर्चा करेंगे। भारत अमेरिका विभिन्न मुद्दों पर द्विपक्षीय बैठक पर दुनियां की नजरे, रणनीतिक साझेदार मिल बैठ इतिहास रचेंगे।
साथियों बात अगर हम अमेरिकी राष्ट्रपति की पहली भारत यात्रा की करें तो, दिल्ली में 9-10 सितंबर को जी20 शिखर सम्मेलन शुरू हो गया है। भारत और अमेरिका ने 8 सितंबर 2023 को देर शाम संयुक्त बयान में बताया कि बाइडेन ने भारत की जी20 अध्यक्षता की सराहना की। मोदी और बाइडेन ने जी20 के प्रति प्रतिबद्धता दोहराई और विश्वास जताया कि शिखर सम्मेलन के नतीजे साझा लक्ष्यों को आगे बढ़ाएंगे। दोनों नेताओं ने अपनी सरकारों से रणनीतिक साझेदारी को सभी आयामों में परिवर्तित करने का काम जारी रखने का आह्वान किया। दोनों देशों ने साझा बयान जारी कर बताया कि भारत की मेजबानी में 2024 में होने वाले क्वाड समूह की मीटिंग के लिए देश यूएस के प्रेसिडेंट बाइडेन का स्वागत करने को उत्सुक हैं। क्वाड की बैठक 2024 के शुरुआती महीने में होगी। इस ग्रुप में भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया है।
बाइडेन ने पीएम मोदी के साथ मीटिंग के दौरान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता की पैरवी की। उन्होंने इस दौरान चंद्रयान-3 और आदित्य एल-1 को लेकर भी बधाई दी। बाइडेन अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार भारत दौरे पर आए है। यहां वह जी20 भागीदार स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन और जलवायु परिवर्तन से निपटने सहित वैश्विक मुद्दों से निपटने के लिए कई संयुक्त प्रयासों पर चर्चा करेंगे। बता दें इस सप्ताह भर में सम्मेलन में शामिल होने के लिए अमेरिका से अनेक विमानों से आए है। इसके बाद बाइडेन 10 सितंबर को वियतनाम के लिए रवाना होंगे। वह वियतनाम के हनोई में वहां के महासचिव नगुयेन फू त्रोंग और अन्य प्रमुख नेताओं से चर्चा करेंगे। इस दौरान अमेरिका और वियतनाम के बीच सहयोग बढ़ाने पर चर्चाह होगी। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को लेकर भी बाइडन चर्चा करेंगे। वह यूक्रेन में रूसी राष्ट्रपति के युद्ध के आर्थिक और सामाजिक प्रभावों को भी कम करेंगे और वैश्विक चुनौतियों से निपटने सहित गरीबी से बेहतर ढंग से लड़ने के लिए विश्व बैंक सहित बहुपक्षीय विकास बैंकों की क्षमता बढ़ाएंगे। नई दिल्ली में रहते हुए, राष्ट्रपति बाइडन जी20 के लिए प्रधान मंत्री मोदी के नेतृत्व की भी सराहना द्विपक्षीय वार्ता में की।
साथियों बात अगर हम अमेरिकी राष्ट्रपति के दिल्ली में रुकने की व्यवस्था की करें तो, मीडिया में एक रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका के राष्ट्रपति और उनकी पूरी अमेरिकन सिक्रेट सर्विस आईटीसी मौर्या में रुकी है। यहां के 400 कमरों को बुक कर लिया गया है। जबकि, जो बाइडेन को लेकर कहा जा रहा है कि वो इस होटल के 14वें फ्लोर पर हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि इस फ्लोर पर जाने के लिए एक स्पेशल लिफ्ट भी तैयार की गई है। जिस होटल में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन रुकेंगे, उस आईटीसी मौर्या होटल को देश के टॉप होटलों में गिना जाता है। यहां ज्यादातर विदेशी वीवीआईपी मेहमान ही रुकते हैं। इस होटल की शाखाएं पूरे भारत में हैं। ऐसे तो इस होटल के अलग-अलग कमरों का किराया अलग अलग है, लेकिन जिस कमरे में जो बाइडेन रुकेंगे वहां का किराया सबसे ज्यादा है।
एक पत्रिका में छपी खबर के अनुसार, जो बाइडेन इस होटल के जिस चाणक्या स्वीट में रुकेंगे उसमें एक रात ठहरने का किराया लगभग 8 लाख रुपये है। ये स्वीट 4600 स्क्वायर फीट में है। बाकी लोगों की बात करें तो ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक होटल शांग्री ला में रुकेंगे। जबकि फ्रांस के प्रेसिडेंट इमैनुएल मैक्रों क्लारिजस होटल में ठहरेंगे। वहीं चीन के राष्ट्रपति ताज होटल में रुकेंगे शायद उनके आने की संभावना कम लगती है। इसी तरह बीते दिनों रूसी राष्ट्रपति से माननीय पीएम ने दूरसंचार से बातचीत में उन्होंने भी आने की संभावना कम जताई उनके मंत्री स्तर के व्यक्तित्व रूसी प्रतिनिधि बनकर शामिल होंगे। जबकि अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष अलग अलग कुल बुक हुए तीस से ज्यादा होटलों में ठहरेंगे। इस शिखर सम्मेलन की वजह से पूरी दिल्ली इस वक्त छावनी बनी हुई है। खासतौर से 8 से 10 तारीख के बीच तो दिल्ली में परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा।
साथियों बात अगर हम जी-20 मेहमानों के संबंध में तैयारीयों की करें तो, दिल्ली में होने जा रहे जी-20 सम्मेलन के दौरान विदेशी मेहमानों की सुरक्षा को लेकर तैयारी अब आखिरी चरण में पहुंच गई हैं। सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले तमाम राष्ट्राध्यक्षों के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन की सुरक्षा को लेकर काफी चर्चा हो रही है। अब राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों और दिल्ली पुलिस द्वारा जी-20 सम्मेलन में शामिल होने वाले विदेशी मेहमानों के संभावित रूट से जुड़ने वाले कालोनियों और सेक्टरों के स्थानीय रास्तों को बंद किया जाएगा, ताकि विदेशी प्रतिनिधिमंडल का मार्ग किसी भी तरह से अवरूद्ध न हो सके। विदेशी मेहमानों के सुरक्षा चक्र को अभेद्य करने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। इनके रूट से लेकर ठहरने की जगह तक चप्पे-चप्पे की सुरक्षा का खाका तैयार हो गया है।
एयरपोर्ट से लेकर होटल तक जहां से भी विदेशी मेहमान गुजरेंगे, वहां किसी आम नागरिक का आना-जाना पूरी तरह से निषेध होगा। इसी को ध्यान में रखते हुए उनके संभावित रूट से जुड़ने वाले स्थानीय रास्तों को बंद किया जा रहा है। सुरक्षा व्यवस्था के चलते ही अभी तक विदेशी मेहमानों के ठहरने की पूरी जानकारी साझा नहीं की गई है। गोपनीय तरीके से सुरक्षा सहित अन्य पहलुओं पर काम किया जा रहा है।आपात स्थिति से निपटने के लिए बनाए सेफ हाउस सूत्रों की माने तो सुरक्षा एजेंसियों ने आपात स्थिति से निटपने की तैयारी भी कर ली है। इसके तहत आपातकालीन हालात से निपटने के लिए होटलों से लेकर एयरपोर्ट और राजघाट के पास सुरक्षित जगह (सेफ हाउस) बनाए गए हैं, ताकि तत्काल वीवीआइपी को वहां शिफ्ट किया जा सके। हालांकि, अधिकारिक तौर पर कोई भी अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। इस व्यवस्था को पूरी तरह गोपनीय रखा गया है।
अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर इसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि दुनियां के दिग्गज नेताओं का भारत आगमन – अतिथि देवो भव: अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा द्विपक्षीय भारतीय वार्ता में जी-20 के भारतीय नेतृत्व की सराहना की! वैश्विक दिग्गज नेताओं से विभिन्न मुद्दों पर द्विपक्षीय बैठक पर दुनियां की नजरें – रणनीतिक साझेदार मिल बैठ इतिहास रचेंगे।