कोलकाता। पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में जांच कर रहे केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने प्राथमिक शिक्षा परिषद के चेयरमैन को पूछताछ के लिए बुलाया है। हालांकि परिषद में यह पद फिलहाल रिक्त है इसलिए अध्यक्ष गौतम पाल ने बताया है कि परिषद की ओर से अधिकारी ईडी दफ्तर जाएंगे। केंद्रीय एजेंसी के सूत्रों ने बताया है कि 2014 में हुई प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) से संबंधित दस्तावेज मांगे गए हैं।
नियुक्ति पैनल में कौन-कौन से लोग थे, कितने लोगों की नियुक्ति की सिफारिश हुई, अतिरिक्त तौर पर कितने पद सृजित किए गए आदि, के बारे में विस्तृत जानकारी मांगी गई है। अध्यक्ष गौतम पाल ने बताया है कि सीबीआई को इस संबंध में पहले ही कई सारी जानकारी दी गई है। अधिकतम दस्तावेज केंद्रीय एजेंसी को दिए गए हैं। चुकी ईडी ने भी दस्तावेजों को मांगा है तो इसे उपलब्ध करवाया जाएगा।
दस्तावेज लेकर ईडी दफ्तर पहुंचे प्राथमिक शिक्षा परिषद के अधिकारी, पूर्व सचिव रत्ना को भी नोटिस
कोलकाता। राज्य के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में ईडी के समन पर प्राथमिक शिक्षा परिषद के अधिकारी दस्तावेज लेकर मंगलवार दोपहर पहुंचे हैं। परिषद के दो अधिकारी वर्ष 2012 और 2014 में ली गई प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) के दस्तावेजों को लेकर आए हैं। इधर केंद्रीय एजेंसी के अधिकारी ने बताया है कि प्राथमिक शिक्षा परिषद के पूर्व सचिव रत्ना बागची को भी नोटिस भेजा गया है। इसी मामले में गिरफ्तार प्राथमिक शिक्षा परिषद के पूर्व अध्यक्ष और तृणमूल विधायक माणिक भट्टाचार्य जब पद पर थे तब वह सचिव हुआ करती थी।
उन्हें जल्द से जल्द केंद्रीय एजेंसी के दफ्तर में हाजिर होने के लिए कहा गया है। दरअसल शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार से संबंधित कई सारे दस्तावेज हाल ही में गिरफ्तार किए गए तृणमूल युवा नेता शांतनु बनर्जी, कुंतल घोष, अयन सील और कई अन्य आरोपितों के घर से बरामद किए गए हैं। इसीलिए उनका मिलान करने और ये दस्तावेज उनके पास कैसे पहुंचे हैं, यह समझने के लिए ईडी अधिकारियों ने प्राथमिक शिक्षा परिषद से डिटेल में रिपोर्ट मांगी है।