कोलकाता। पश्चिम बंगाल (West Bengal) का पंचायत चुनाव रक्तरंचित हो गया है। वोटिंग के दौरान जमकर खून बहा है। जमकर बम चले हैं, खूब बंदूकें और तमंचे तड़के हैं, कहीं तोड़फोड़ गई है, कहीं बूथ कैप्चर किया गया, कहीं बैलेट बॉक्स को तालाबों में डूबो दिया तो कहीं जबरदस्त आगजनी हुई है। बंगाल के ज्यादातर हिस्सों को हिंसा ने चपेट में लिया हैं। दावा है कि वोटिंग के दौरान सुबह से अभी तक करीब 15 लोगों से ज्यादा लोगों की मौत दावा है। इसको लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) भी एक्शन में आ गए हैं।
हिंसा की घटनाओं को लेकर गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुकान्त मजूमदार (Sukanta Mazumdar) से भी बात की और कार्यकर्ताओं के बारे में जानकारी ली। इस हिंसा पर पश्चिम बंगाल के विपक्ष के नेता और बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि राज्यपाल ने राजीव सिन्हा (राज्य चुनाव आयुक्त) को नियुक्त करके सबसे बड़ी गलती की है।
उन्होंने आरोप लगाया कि अब तक कई लोग मारे गए हैं, उन्हें टीएमसी के गुंडों ने मारा है। राज्य सरकार के तहत स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव संपन्न होना बहुत मुश्किल है। ये तभी संभव है जब राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाये या अनुच्छेद 355 का इस्तेमाल किया जाए।