अमेरिका ने भी माना, कोरोना के अल्फा-डेल्टा वेरिएंट्स को खत्म करती है कोवैक्सीन

Washington : भारत बायोटेक की बनाए स्वेदशी कोरोना रोधी टीके कोवैक्सीन के असर को अब अमेरिका ने भी मान लिया है। अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (एनआईएच) ने पाया है कि कोवैक्सीन से शरीर में बनी एंटीबॉडीज कोरोना वायरस के अल्फा और डेल्टा वेरिएंट्स से लड़ने में कारगर है।

बता दें कि कोवैक्सीन को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के साथ मिलकर भारत बायोटेक ने बनाया है। कोवैक्सीन लेने वाले लोगों के ब्लड सीरम के अध्ययन से यह पता चलता है कि टीके से जो एंटीबॉडीज बनती हैं, वह कोरोना के B.1.1.7 (अल्फा) और B.1.617 (डेल्टा) वेरिएंट्स पर असरदार है।

कोवैक्सीन की खरीद पर ब्राजील में बवाल
ब्राजील ने भारत के बने कोविड टीके को लेकर जारी बवाल के बीच कोवैक्सीन की खरीद वाले सौदे को रद्द करने का फैसला लिया है। कोवैक्सीन की खरीद में अनियमितताओं को लेकर ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो पर भी आरोप लगे हैं। ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्री ने घोषणा की है कि उनका देश भारत बायोटेक से कोवैक्सीन की 2 करोड़ खुराकों की खरीद वाले 32.4 करोड़ डॉलर के सौदे को रद्द कर रहा है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान स्वास्थ्य मंत्री मार्सलो क्वीरोगा और फेडरल कम्पट्रोलर जनरल के चीफ वागनेर रोजारियो ने कहा कि वैक्सीन की खरीद की प्रक्रिया की जांच की जाएगी।

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