नयी दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 16वें सीज़न के बाद अंबाती रायडू ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया। रायडू की गिनती भारतीय टीम के मध्यक्रम के बेहतरीन बल्लेबाज़ों में की जाती रही है। साल 2019 के वनडे वर्ल्ड कप के लिए टीम में उनका चयन लगभग पक्का माना जा रहा था लेकिन जब टीम की घोषणा हुई और उसमें रायडू की जगह विजय शंकर का नाम था। अब अंबाती रायडू ने भी इस पूरे मुद्दे पर पहली बार अपनी चुप्पी को तोड़ी है।
अंबाती रायडू ने टीवी9 तेलगू से बात करते हुए कहा कि उनसे साल 2018 में ही एक बीसीसीआई अधिकारी ने 2019 के वनडे वर्ल्ड कप के लिए तैयार रहने के लिए कहा था लेकिन उन्होंने नाम लिये बिना इशारों में तत्कालीन मुख्य चयनकर्ता को अपने टीम में शामिल ना किए जाने का कारण बताया। उन्होंने कहा कि टीम मैनेजमेंट में एक ‘हैदराबादी शख़्स’ से उनके मतभेद थे।
जब वनडे वर्ल्ड कप 2019 के लिए भारतीय टीम का चयन हुआ तो उस समय टीम के मुख्य चयनकर्ता के तौर पर एमएसके प्रसाद जिम्मेदारी निभा रहे थे। उन्होंने निजी चैनल से बात करते हुए कहा, “मैं उस दिन फ्लाइट में था। ऐसे संकेत मिल रहे थे कि मुझे नहीं चुना जाएगा, लेकिन तब तक मेरे पास पूरी तस्वीर नहीं थी। यह आईपीएल के दौरान की बात है और हम एक जगह से दूसरी जगह यात्रा कर रहे थे।
जैसे ही मैं फ्लाइट से उतरा और फोन ऑन किया, मुझे कई मैसेज और न्यूज़ के जरिए पता चला कि मैं टीम में नहीं हूं। मैं स्टैंडबाय पर था और यह बहुत निराशाजनक था।” “मैं भारत के लिए खेलना चाहता था और खासकर उस विश्व कप में भाग लेना चाहता था। हर कोई चाहता है कि भारत जीते. उन्होंने मुझे किस कारण से नहीं चुना वो केवल वे वही जानते होंगे।
अगर आप मेरी जगह किसी और को ले रहे हैं तो वो टीम के भले के लिए होना चाहिए। इसी वजह से मुझमें गुस्सा था, मेरा गुस्सा विजय शंकर से नहीं था। वो क्या कर सकते थे? वो अपना क्रिकेट खेल रहे थे। मुझे टीम में ना लेने के पीछे क्या मंशा थी मुझे नहीं पता। मैं समझ नहीं पाया कि हम विश्वकप खेल रहे थे या लीग मैच। रायडू ने 55 वनडे में 1694 रन बनाए हैं, जिनमें तीन शतक शामिल है। उनका एवरेज 47.05 था।