कोलकाता। तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने शनिवार को अपने कालीघाट स्थित आवास पर आपात बैठक बुलाई थी। उस बैठक में उन्होंने 20 सदस्यीय राष्ट्रीय कार्य समिति की घोषणा की। अध्यक्ष को छोड़कर सभी शीर्ष पदों को फिलहाल खत्म कर दिया गया है। समिति में ममता के अलावा अमित मित्रा, पार्थ चटर्जी, सुब्रत बख्शी, बुलुचिक बराई, सुदीप बंद्योपाध्याय, अभिषेक बंद्योपाध्याय, काकली घोष दस्तीदार, चंद्रिमा भट्टाचार्य, सुखेंदुशेखर रॉय, ज्योतिप्रिया मल्लिक, यशवंत सिन्हा, असीमा पात्रा, मलय घटक, राजेश त्रिपाठी, अनुब्रत मंडल, गौतम देव, शोभनदेव चट्टोपाध्याय, फिरहाद हकीम, अरूप विश्वास शामिल हैं।
बैठक के बाद पार्थ चटर्जी ने कहा कि अध्यक्ष को छोड़कर सभी शीर्ष पदों को फिलहाल खत्म कर दिया गया है। बाद में बताया जाएगा कि कार्यसमिति के किस पद पर कौन होगा। पार्थ चटर्जी के शब्दों में, “ममता बनर्जी ने अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष बनने के बाद चार या पांच लोगों का नाम लिया। उन्होंने कहा, वे अभी के लिए काम करेंगे। उन्हें बुलाया। उनके नेतृत्व में अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्य समिति के सदस्यों के नामों की घोषणा की गई। वह जल्द ही उन लोगों की सूची नामित करेंगे जो पद पर होंगे। और इसकी सूचना राष्ट्रीय चुनाव आयोग को दी जाएगी।”
पार्थ स्वयं पार्टी के महासचिव नहीं रहे (हालाँकि पर्थ के करीबी सहयोगियों का दावा है कि वह बंगाल तृणमूल कांग्रेस के महासचिव हैं), उसी तरह सुब्रत बख्शी पार्टी के अध्यक्ष नहीं रहे। उसी तरह अभिषेक बनर्जी पार्टी के अखिल भारतीय महासचिव नहीं रहे। हालांकि अभिषेक को अन्य लोगों के साथ राष्ट्रीय कार्य समिति में रखा गया है। किसे कौन सा पद दिया जाएगा, यह ममता खुद तय करेंगी। उन कार्य समितियों और पदाधिकारियों के नाम की सूचना चुनाव आयोग को यथासमय दी जाएगी।