कोलकाता। पश्चिम बंगाल में बीजेपी की ओर से गठित की गई नई समिति में अनदेखी होने से नाराज पार्टी के पांच विधायकों ने शनिवार को एक व्हाट्सएप ग्रुप को छोड़ दिया। यह ग्रुप संगठन की ओर से बनाया गया है जिसमें बीजेपी के लगभग सभी विधायक जुड़े हुए हैं। पांच विधायकों की ओर से व्हाट्सएप ग्रुप छोड़े जाने को लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि यदि कोई मतभेद है तो उसे समय आने पर बातचीत के जरिए सुलझा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि नई कमेटी बनने पर छोटी-छोटी चीजें होती है, हम उसे सुलझा लेंगे।
केंद्रीय राज्य मंत्री और बीजेपी सांसद शांतनु ठाकुर, जो मटुआ समुदाय के एक प्रमुख नेता भी हैं ने दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। ठाकुर की यह मुलाकात पांच विधायकों मुकुट मणि अधिकारी (राणाघाट दक्षिण), सुब्रत ठाकुर (गायघाटा), अंबिका रॉय (कल्याणी), अशोक कीर्तनिया (बोनगांव उत्तर), और असीम सरकार (हरिंगाटा) की ओर से राज्य समिति से बाहर रहने पर अपनी नाराजगी व्यक्त की।
ठाकुर ने कहा, “हां, वे (पांच विधायक) अनदेखी किए जाने से नाराज हैं..उन्होंने मुझे अपनी शिकायतें बताईं। मैंने नड्डा जी से मुलाकात की और उन्हें अपनी भावनाओं से अवगत कराया। हमने चर्चा की।” हालांकि, उन्होंने इस मामले पर नड्डा की प्रतिक्रिया के बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
पीड़ित विधायकों में से एक मुकुटमोनी अधिकारी ने पुष्टि की कि उन्होंने सोशल मीडिया ग्रुप छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि उनके निर्वाचन क्षेत्र के लोगों की आकांक्षाएं नवगठित समिति के तहत पूरी नहीं हो सकती हैं। वहीं, गायघाट विधायक और बनगांव उत्तर के विधायक ने भी कहा कि उन्होंने ग्रुप छोड़ दिया है, लेकिन इसके पीछे के कारण को बताने से इनकार कर दिया है।