अजमेर। उदयपुर में एक दर्जी की नृशंस हत्या की निंदा करते हुए अजमेर शरीफ़ दरगाह के दीवान ज़ैनुल अबेदीन अली ख़ान ने कहा है कि भारत के मुसलमान देश में कभी भी तालिबानी मानसिकता को बढ़ावा नहीं देंगे। मंगलवार को उदयपुर में एक दर्जी की दो लोगों ने चाकू से गला काट दिया था. अभियुक्तों ने एक वीडियो जारी कर कहा कि पैग़ंबर मोहम्मद के अपमान का बदला लेने के लिए उन्होंने ये हत्या की है।
समाचार एजेंसी के अनुसार ख़ान ने एक बयान जारी कर कहा, “कोई भी धर्म मानवता के ख़िलाफ़ हिंसा को बढ़ावा नहीं देता है। ख़ासतौर पर इस्लाम में, सभी शिक्षा शांति के स्रोत के रूप में काम करती है। इंटरनेट पर शेयर हो रहे वीडियो में कुछ अनैतिक तत्वों को एक ग़रीब पर नृशंस हमला करते देखा जा सकता है, जो इस्लामी दुनिया में दंडनीय अपराध है।”
अजमेर शरीफ़ दरगाह के दीवान ने कहा कि अभियुक्त कुछ कट्टरपंथी गुटों का हिस्सा थे, जिन्हें केवल हिंसा के रास्ते पर चलना ही समाधान दिखता है।उन्होंने कहा, “मैं इस कृत्य की कड़ी निंदा करता हूं और सरकार से मेरा निवेदन है कि उनके ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई करे। भारत के मुसलमान कभी भी हमारी मातृभूमि पर तालिबानी मानसिकता को नहीं उभरने देंगे।”