नयी दिल्ली। अदानी एंटरप्राइज़ेज़ ने बुधवार देर रात पूरी तरह से सब्सक्राइब हुए 20,000 करोड़ के फ़ॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (एफ़पीओ) को वापस लेने का फ़ैसला लिया है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के सामने आने से लागातार गिरते शेयरों के बीच अदानी समूह ने ये बड़ा कदम उठाते हुए सबको हैरान कर दिया है। बीती रात समूह की ओर से एक बयान जारी कहा कि एफ़पीओ में लगाए गए सभी निवेशकों के पैसे वापस किए जाएंगे। गुरुवार की सुबह अदानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के अध्यक्ष गौतम अदानी ने वीडियो बयान जारी कर इस फैसले के पीछे की मंशा बताई है।
उन्होंने कहा, “हमारे सभी एफ़पीओ सब्सक्राइब होने के बाद इसे वापस लेने के हमारे फ़ैसले ने कई लोगों को हैरान किया होगा लेकिन कल बाज़ार की हालात देखकर हमारे बोर्ड ने समझा कि एफपीओ के साथ आगे बढ़ना नैतिक रूप से ठीक नहीं होगा। “एक उद्यमी के तौर पर मेरे चार दशक के सफ़र में मुझे सभी स्टेकहोल्डर्स और ख़ासकर निवेशकों का भरपूर समर्थन मिला।
मैंने जीवन में जो कुछ भी पाया है वे आपके भरोसे के कारण ही पाया है। मेरी सफलता आपकी है। मेरे लिए मेरे निवेशकों का हित सर्वोपरि है, सब कुछ उसके बाद है। निवेशकों को संभावित नुकसान से बचाने के लिए हमने एफ़पीओ वापस लिये। दरअसल हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अदानी समूह के शेयर तेजी से गिरे हैं। गिरावट का यह सिलसिला बुधवार को भी जारी रहा। पिछले पांच कारोबारी सत्रों में समूहों की कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन सात लाख करोड़ रुपये घट गया है।