हिमाचल। अदानी समूह ने हिमाचल प्रदेश में स्थित अपनी दो सीमेंट फैक्ट्रियों में एक बार फिर काम शुरू कराने से जुड़ी कोशिशें शुरू कर दी हैं। अंग्रेजी अख़बार इंडियन एक्सप्रेस ने इस खबर को प्रमुखता से छापा है। अदानी समूह ने हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने के तीन दिन बाद ही ट्रक चालकों के साथ जारी विवाद के चलते इन फैक्ट्रियों को बंद कर दिया था। अदानी समूह इस दिशा में राज्य सरकार के साथ बातचीत कर रहा है।
अदानी समूह ने कहा है कि ट्रक चालकों की यूनियन को पचास हज़ार किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए तैयार होना होगा और 3311 ट्रकों की संख्या को कम करके 550 तक लाना होगा। इसके साथ ही अदानी समूह ने कहा है कि कामकाज से जुड़े सभी तरह के फ़ैसले लेने का अधिकार कंपनी को होना चाहिए।
अदानी समूह के स्वामित्व वाली एसीसी और अंबुजा सीमेंट्स के सीइओ अजय कपूर ने हिमाचल प्रदेश की स्थाई समिति के अध्यक्ष और राज्य के मुख्य सचिव को भेजे पत्र में लिखा है, “ये बेहद गंभीर स्थिति है क्योंकि यूनियन ट्रांसपोर्ट से जुड़े सभी अहम फ़ैसलों को प्रभावित करने के साथ ही उन्हें ले भी रही है जो कंपनी के कार्यक्षेत्र में आते हैं।
माल-ढुलाई की दरें यूनियन तय करती है, इस वजह से इन दरों को कृत्रिम रूप से बढ़ाकर रखा गया है। हिमाचल सरकार ने साल 2005 में माल ढुलाई की दरों के आकलन के लिए एक स्थाई समिति बनाई थी। अदानी समूह और राज्य सरकार इस मुद्दे पर बीते एक महीने से बातचीत कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश की नई सरकार के लिए अदानी समूह के साथ जारी इस गतिरोध का हल निकालना एक बड़ी चुनौती है क्योंकि इन दोनों सीमेंट फैक्ट्रियों से हिमाचल प्रदेश के बीस हज़ार परिवार प्रभावित होते हैं।