कोलकाता। पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामला मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी का पीछा नहीं छोड़ रहा है। अब कोर्ट में दावा किया गया है कि नियुक्ति के एवज में जो रुपये वसूले गए उसमें सीधे तौर पर अभिषेक बनर्जी का नाम लिया गया है। यह आरोप इस मामले में गिरफ्तार तृणमूल नेता कुंतल घोष पर है। इसी सिलसिले में गिरफ्तार एक और तृणमूल नेता तापस मंडल ने केंद्रीय एजेंसियों की पूछताछ में यह दावा किया है। सीबीआई के हाथों गिरफ्तार तापस ने पूछताछ के दौरान बताया है कि कुंतल, जो तृणमूल युवा नेता है और हुगली में पार्टी का बड़ा चेहरा है, वह एक-एक उम्मीदवार से अभिषेक बनर्जी के नाम पर पैसे लेता रहा है।
खास बात यह है कि जिन उम्मीदवारों से उसने रुपये की वसूली की, उनकी नौकरी भी लगी है। इसलिए इस मामले में अभिषेक की भूमिका की जांच केंद्रीय एजेंसियां करना चाहती हैं। तापस ने सीबीआई को यह भी बताया है कि कुंतल की संपत्ति 100 करोड़ रुपये होने की बात कही जा रही है जो कई गुनी ज्यादा है। उसने नियुक्ति भ्रष्टाचार के लिए 500 करोड़ रुपये उठाए हैं। वह सीधे तौर पर अभिषेक बनर्जी के नाम पर रुपये उठाता था और हवाला के जरिए विदेश में भी रुपये भेजा करता था।
इन तमाम बयानों को सीबीआई ने रिकॉर्ड किया है और न्यायालय में पेश किया गया है। एक दिन पहले ही कुंतल, तापस और अन्य आरोपितों को अलीपुर की विशेष सीबीआई कोर्ट में पेश किया गया था। वहीं केंद्रीय एजेंसी की ओर से यह जानकारी दी गई है। तापस मंडल ने तो यह भी बताया है कि केंद्रीय एजेंसियों पर दबाव बनाने के लिए तमाम तरह की बयानबाजी राजनीतिक तौर पर हो रही है। पूछताछ के दौरान केंद्रीय एजेंसी के किसी भी अधिकारी ने दुर्व्यवहार नहीं किया ना ही कोई दबाव बनाया है।