कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी की पत्नी को सीबीआई द्वारा नोटिस दिए जाने को लेकर पार्टी ने रविवार को केंद्र पर निशाना साधा और इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने रविवार को बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे एवं तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी की पत्नी को नोटिस देकर उनसे कोयला चोरी मामले की जांच में शामिल होने को कहा।इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए अभिषेक बनर्जी ने कहा कि वह इस तरह के हथकंडों से नहीं डरेंगे।
तृणमूल कांग्रेस ने एक बयान में कहा कि इस मामले में राज्य की जनता चुनाव के दौरान भाजपा को उचित जवाब देगी। उन्होंने आरोप लगाया, ” भाजपा के सभी सहयोगियों ने उसे छोड़ दिया है, इसलिए अब केवल सीबीआई एवं ईडी ही निष्ठावान सहयोगी है।” पार्टी ने दावा किया कि वह इससे भयभीत नहीं होगी और डटकर मुकाबला करेगी। तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता एवं सांसद सौगत रॉय ने आरोप लगाया कि सीबीआई का अभिषेक के घर जाना, और कुछ नहीं बस राजनीतिक प्रतिशोध था।
वहीं, भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस मामले का राजनीतिकरण करने का प्रयास कर रही है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा की, अगर किसी ने कुछ गलत किया है तो कानून अपना काम करेगा। जो भी दोषी है, उसे सजा मिलनी चाहिए। किसी को भी इस मामले को राजनीतिक रंग नहीं देना चाहिए। सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की टीम द्वारा अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा बनर्जी से उनके घर ही पूछताछ किए जाने की संभावना है।