कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि वह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा जारी समन का पालन नहीं करेंगे, जिसमें उन्हें पश्चिम बंगाल में हुए स्कूल भर्ती घोटाला मामले में 13 जून को एजेंसी के साल्ट लेक कार्यालय में पूछताछ के लिए हाजिर होने के लिए कहा गया है। ईडी द्वारा सम्मन भेजे जाने के कुछ घंटों बाद बनर्जी ने कहा कि अगर जरूरी हुआ तो वह ईडी की पूछताछ का सामना 8 जुलाई को राज्य में पंचायत चुनाव संपन्न होने के बाद ही करेंगे।
बनर्जी ने मीडियाकर्मियों से कहा, “यह मेरे चल रहे जनसंपर्क कार्यक्रम को खराब करने का एक स्पष्ट प्रयास है। मैं पूछताछ का सामना करने से कभी नहीं डरता। लेकिन इस समय मेरे पास 10 से 11 घंटे की लंबी पूछताछ का सामना करने यानी समय बर्बाद करने का समय नहीं है। मैं किसी का गुलाम नहीं हूं।” उन्होंने यह भी कहा कि ईडी का नोटिस उसी दिन मिला, जिस दिन पंचायत चुनाव की तारीखों की घोषणा की गई थी।
बनर्जी ने कहा, “इससे मेरे जनसंपर्क कार्यक्रम को खराब करने का इरादा स्पष्ट है। यदि केंद्रीय एजेंसी के पास शक्ति है, तो वे मुझे गिरफ्तार कर सकते हैं। केंद्र सरकार और भाजपा केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग विपक्षी दलों को आतंकित करने के लिए कर रही है। मैं किसी अधिकारी को दोष नहीं दे रहा हूं। मैं समझ रहा हूं कि ईडी और सीबीआई के अधिकारी मजबूरी में ऐसा कर रहे हैं।” सीबीआई के अधिकारी स्कूल भर्ती घोटाला मामले में 20 मई को बनर्जी से नौ घंटे पूछताछ कर चुके हैं।
हालांकि, बनर्जी ने खुद उस मैराथन पूछताछ के परिणाम को ‘बड़ा शून्य’ बताया। बनर्जी ने उस दिन सीबीआई के निजाम पैलेस कार्यालय से बाहर आने के बाद मीडियाकर्मियों से कहा था, “यह मेरे लिए और पूछताछकर्ताओं के लिए भी समय की बर्बादी थी। मैं पूछताछ के विवरण का खुलासा नहीं कर सकत, लेकिन पूरी कवायद व्यर्थ थी।” ईडी अधिकारियों ने करोड़ों रुपये के कोयला तस्करी मामले में गुरुवार को अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा नरूला बनर्जी से करीब चार घंटे तक पूछताछ की।