डॉ. विक्रम चौरसिया, कोरबा । महात्मा गांधी की 153वीं जयंती के ऐतिहासिक मौके पर छत्तीसगढ़ के औद्योगिक नगर कोरबा में पत्रकार, संपादक, गांधीवादी सुरेशचंद्र रोहरा के संयोजन में महात्मा गांधी दर्शन, मानिकपुर संस्थान द्वारा गांधी जी की 122 साल पहले लिखी गई बहुचर्चित पुस्तक “हिंद स्वराज” का प्रकाशन किया गया था। जिसका विमोचन गांधी जी की मूर्तियां बनाने में समर्पित मूर्तिकार कृष्णा सहिस और सात दफा विधायक रहे “छत्तीसगढ़ के गांधी” कहे जाने वाले वयोवृद्ध गांधीवादी बोध राम कंवर पूर्व विधायक द्वारा किया गया। जो अपने आप में एक लीक से हटकर अभूतपूर्व घटना कही जा सकती है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में हिंद स्वराज का विमोचन करने के पश्चात गांधीवादी बोधराम कंवर ने अपने महत्ती संबोधन में कहा कि सुरेश रोहरा द्वारा गांधीवाद को लेकर क्षेत्र में लगातार काम किया जा रहा है जो अत्यंत महत्वपूर्ण है। आपके द्वारा गांधी जी की मूर्तियां गांव-गांव में लगाई जा रही हैं। पुस्तक प्रकाशन किया जा रहा है और गांधी साहित्य बच्चों में बांटा जा रहा है जो एक प्रेरणादायक कार्य है। कार्यक्रम में अध्यक्षता करते हुए सुरेशचंद्र रोहरा ने बताया महात्मा गांधी की हिंद स्वराज का पंद्रह वर्षों से लगातार प्रतिवर्ष प्रकाशन कर रहे हैं और नौनिहालों में विशेषकर स्कूल के बच्चों सहित लोगों को यह पुस्तक निशुल्क दी जा रही है ताकि गांधीवाद को समझें और एक स्वर्णिम भारत का निर्माण हो।
मूर्तिकार कृष्णा सहिस चित्र में दिखाई दे रहे हैं (दांए से पहले) जिन्होंने हाफ पैंट पहनी हुई है, ने कहा कि यह दिन मैं कभी भी भुल नहीं सकता। आज जो गांधी जी की पुस्तक विमोचन का उन्हें सौभाग्य मिला है वह अविस्मरणीय है। इस अवसर पर गांधीवादी डॉ. गुलाब राय पंजवानी, नरेश पटेल, भानु प्रताप शर्मा, कमल सरविद्या, ललित जांगड़े, शिव दास महंत, लाल दास महंत प्रकाश महंत आदि लोगों ने भी शिरकत की।