गांधी दर्शन वर्तमान संदर्भ के परिपेक्ष्य में- विषय पर अंतर्राष्ट्रीय आभासी गोष्ठी का आयोजन संपन्न

गांधी की अहिंसा कायर की नहीं समर्थ व्यक्ति की अहिंसा है- डॉ. शर्मा उज्जैन। राष्ट्रीय

बरगद के नीचे का पादप

डॉ. गंगा प्रसाद शर्मा ‘गुणशेखर’, कोलकाता। जैसे बरगद के नीचे उगने वाले पादप आगे चलकर

क्या ‘गांधीवाद’ आज भी प्रासंगिक है??

आशा विनय सिंह बैस, रायबरेली। यह बात तो ठीक है कि राजे-रजवाड़ों, नवाबों, रियासतों में

गांधी जी के विचारों का प्रभाव मंत्रों के समान होता है – प्रो. शुक्ल

गांधी जी की पुण्यतिथि पर विक्रम विश्वविद्यालय में हुआ भारतीय चिंतन परम्परा और महात्मा गांधी

मालदा की खबरों पर एक नजर…

प्रशासनिक बैठक के लिए मालदा आ रही है मुख्यमंत्री मालदा। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी

गांधीजी के “हिंद स्वराज” का विमोचन किया एक गरीब मूर्तिकार ने

डॉ. विक्रम चौरसिया, कोरबा । महात्मा गांधी की 153वीं जयंती के ऐतिहासिक मौके पर छत्तीसगढ़ के

गांधी सामंजस्य पूर्ण आर्थिक विकास की बात करते हैं- प्रो. शर्मा

उज्जैन । राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के तत्वावधान में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय आभासी संगोष्ठी जिसका विषय- “गांधी

गांधी जयंती पर विक्रम विश्वविद्यालय में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई

गांधीवादी पर्यावरण विशेषज्ञ पद्मश्री डॉ. जनक पलटा का सम्मान किया उज्जैन, 02 अक्टूबर। उच्च शिक्षा

मेरा धर्म सत्य व अहिंसा – गांधी, डॉ. विक्रम चौरसिया

नई दिल्ली । देखो आप मुझे बेडियों से जकड़ सकते हो, यातना भी दे सकते