जयंती विशेष : ‘हिंदी साहित्य जगत की अग्रणी लेखिका – ‘मन्नू भंडारी’
श्रीराम पुकार शर्मा, हावड़ा। देशी शक्तियों से देश की राजनैतिक आजादी तो १९४७ में प्राप्त
स्मृति शेष : ‘यही सच है‘ के फिल्मांकन पर संदेह था मन्नू दी को
नयी दिल्ली। प्रख्यात लेखिका मन्नू भंडारी को अपनी कहानी ‘यही सच है‘ का फिल्मांकन संदेहास्पद
स्मृति शेष : अभियान नयी कहानी और हिन्दी साहित्यिक की सबसे प्रसिद्ध लेखिका ‘मन्नू भंडारी के प्रति भावभीनी विनम्र श्रद्धांजलि
श्रीराम पुकार शर्मा, कोलकाता : विदेशी शक्तियों से देश की आजादी तो प्राप्त हो गई,