तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा उन्नयन परिषद, शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए 1992 से हर साल राज्य भर में छात्रवृत्ति परीक्षा आयोजित करता रहा है। इस परीक्षा में चौथी कक्षा के अंत में राज्य के विभिन्न हिस्सों से लाखों छात्र भाग ले रहे हैं।
बोर्ड के अंतर्गत पूर्व मेदिनीपुर जिले के भगवानपुर क्षेत्रीय परीक्षा प्रबंधन समिति की पहल पर रविवार को विभीषणपुर (उच्च माध्यमिक) हाई स्कूल में क्षेत्र के 2023 प्राथमिक अंतिम (छात्रवृत्ति) परीक्षा के 277 मेधावी छात्रों को प्रमाण पत्र और पुरस्कार दिए गए।
कार्यक्रम की शुरुआत में स्वागत भाषण में विभीषणपुर हाई स्कूल के प्रधानाध्यापक स्वपन कुमार मंडल ने शिक्षकों और अभिभावकों की भूमिका पर जोर दिया ताकि छात्र शिक्षा के माध्यम से वास्तविक इंसान बन सकें। बोर्ड की ओर से गौरी शंकर दास ने वक्तव्य रखा।
उन्होंने इस बोर्ड के गठन की ऐतिहासिक आवश्यकता और इसकी भूमिका पर प्रकाश डाला और उपस्थित विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे समाज की विभिन्न समस्याओं के वास्तविक कारणों का पता लगाएं और भविष्य में और अधिक उन्नत शिक्षा प्राप्त कर उन्हें हल करने में उचित भूमिका निभाएं।
इस अवसर पर अन्य वक्ताओं में प्रोफेसर डॉ. शंभू चरण बर्मन, प्रोफेसर गुरुपद मेटिया, योगदा सत्संग पालपारा हाई स्कूल के प्रिंसिपल देबाशीष मा ईती, शिक्षक डॉ. सुभाशीष माईती, शंकरपुर हाई स्कूल के पूर्व हेडमास्टर मृगेंद्र नाथ बर्मन, पूर्व शिक्षक लेखक सचिन मन्ना, शिक्षक कलाकार गौरी शंकर जाना, सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी निर्मल कुमार दास, शिक्षक सूर्येंदु पात्रा आदि उपस्थित थे।
इनमें से जिले के कई प्रमुख शिक्षकों एवं शिक्षाविदों ने शिक्षा के मौजूदा संकट एवं समस्याओं पर प्रकाश डाला और सभी प्रबुद्ध लोगों से इसके समाधान के लिए आगे आने का आग्रह किया। परिषद की क्षेत्रीय कमेटी की ओर से वेदुर रहमान, बुद्धदेव राय चौधरी, गोकुल मुड़ा , अशोक माईती आदि उपस्थित थे। उन्होंने उपस्थित सभी मेधावी विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार प्रदान किये।
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