Junior Wrestler protest, नयी दिल्ली: भारतीय कुश्ती में जारी संकट में नया मोड़ आया जब सैकड़ों जूनियर पहलवान अपने करिअर में एक महत्वपूर्ण साल बर्बाद होने के खिलाफ जंतर-मंतर पर जमा हुए। उन्होंने इसके लिये शीर्ष पहलवानों बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट को दोषी ठहराया।
भारी ठंड के बीच जूनियर पहलवान जंतर मंतर पहुंचे और तीन घंटे बाद यह चेतावनी देकर निकल गए कि अगर सरकार ने डब्ल्यूएफआई पर लगा प्रतिबंध दस दिन के भीतर नहीं हटाया तो वे अपने पुरस्कार वापस देने लगेंगे।
प्रदर्शनकारी पहलवानों में से कइयों के पास आखिरी बार जूनियर स्तर पर खेलने का मौका था। अर्जुन पुरस्कार प्राप्त और 2023 एशियाई खेलों के कांस्य पदक विजेता ग्रीको रोमन पहलवान सुनील राणा ने कहा, ‘हमारी नहीं सुनी गयी तो अवार्ड लौटा देंगे।’
संजय सिंह के बिना डब्ल्यूएफआई स्वीकार्य : साक्षी मलिक
ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने कहा कि नये भारतीय कुश्ती महासंघ से उन्हें कोई एतराज नहीं है अगर बृजभूषण शरण सिंह के विश्वस्त संजय सिंह को इससे अलग रखा जाता है। साक्षी ने दावा किया कि उनकी मां को धमकीभरे फोन आ रहे हैं।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे कोलकाता हिन्दी न्यूज चैनल पेज को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। एक्स (ट्विटर) पर @hindi_kolkata नाम से सर्च कर, फॉलो करें।