तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : वामपंथी श्रमिक-कर्मचारी-शिक्षक- शिक्षा कर्मी संयुक्त मंच की पश्चिम मेदिनीपुर जिला कमेटी के आह्वान पर बकाया महंगाई भत्ता एवं राहत का शीघ्र भुगतान, सभी रिक्त पदों पर पारदर्शिता के साथ शीघ्र भर्ती, अनियमित एवं नियमितीकरण सभी क्षेत्रों में संविदा कर्मचारी की वेतन वृद्धि, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020-2020 रद्द करने, प्री-पेड स्मार्ट मीटर को वापस लेने, भारतीय रेलवे में वरिष्ठ नागरिकों के लिए किराया रियायतों को तत्काल लागू करने,
नई पेंशन योजना को रद्द करने और पुरानी पेंशन प्रणाली को बनाए रखने, विभाजन की राजनीति को रोकने और राज्य में लोकतंत्र को फिर से स्थापित करने की मांग पर मेदिनीपुर शहर के कर्मचारी भवन परिसर में रात 6 घंटे का धरना-प्रदर्शन किया गया I कार्यक्रम की शुरुआत में निखिल बंग प्राथमिक शिक्षक संघ की सांस्कृतिक शाखा “वर्णपरिचय” के कलाकारों द्वारा संगीत प्रस्तुत किया गया।
रैली में गंगाधर बर्मन, अशोक घोष, मालतारन घोष, प्रीतिकाना गोस्वामी, दुलाल दत्त, देबाशीष चटर्जी, सुकुमार घोष, ध्रुबाशेखर मंडल, शिवशंकर अधिकारी, दिगंत भुइयां, शांतनु हलदर, बब्लू विश्वास, जगन्नाथ खान, चंडी भट्टाचार्य, मृत्युंजय शामिल मुखर्जी, प्रभास भट्टाचार्य और अन्य नेता शामिल थे। रैली में विभिन्न वक्ताओं ने उपरोक्त मांगों में शामिल होकर ओजस्वी भाषण दिये।
संयुक्त मंच के हजारों कार्यकर्ता व समर्थक अलग-अलग समय पर रैली में शामिल हुए I 12 जुलाई समिति, समन्वय समिति, निखिल बंगाल शिक्षक संघ, निखिल बंगाल प्राथमिक शिक्षक संघ, पंचायत संयुक्त संघ, विद्यासागर विश्वविद्यालय शिक्षा कर्मचारी, पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा कर्मचारी संघ, बैंक कर्मचारी महासंघ और संबद्ध संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।