कोलकाता। जादवपुर विश्वविद्यालय की रैगिंग-रोधी समिति ने एक स्नातक छात्र की मौत की जांच के प्रारंभिक निष्कर्षों पर एक रिपोर्ट विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) को सौंप दी है। विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। समिति के सदस्यों ने 17 वर्षीय छात्र की मौत पर रिपोर्ट तैयार करने से पहले छात्रावास एवं विश्वविद्यालय के अधिकारियों और छात्रों से बातचीत की।
पीड़ित छात्र की 10 अगस्त को मुख्य छात्रावास की बालकनी से गिरने के बाद मौत हो गई थी। इस घटना के मद्देनजर विश्वविद्यालय द्वारा गठित एक अन्य आंतरिक जांच समिति ने भी विभिन्न लोगों के बयान दर्ज किए हैं। रजिस्ट्रार और समिति की सदस्य स्नेहमंजू बसु ने संवाददाताओं से कहा, “छात्र की मौत बेहद दुखद है।
पुलिस की जांच चल रही है और हम चाहते हैं कि दोषियों को सजा मिले।” उन्होंने कहा, “हमारी नीति रैगिंग को कतई बर्दाश्त नहीं करने की रही है और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि विश्वविद्यालय इस समस्या से मुक्त रहे। हम सभी हितधारकों को विश्वास में लेकर सुरक्षा और निगरानी के मामलों पर विचार कर रहे हैं।”
यादवपुर यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन ने सोमवार को एक आपात बैठक की और निकाय ने छात्रावास अधीक्षक के अलावा वार्डन का एक पद गठित करने की मांग की और परिसर में लोगों के प्रवेश की निगरानी जैसे कदमों की सिफारिश की।
निकाय के महासचिव पार्थ प्रतिम रॉय ने कहा, “प्रशासन परिसर और छात्रावासों में विभिन्न गतिविधियों पर काबू पाने में नाकाम रहा है। हम मांग करते हैं कि गेट जैसे अहम स्थानों पर सीसीटीवी लगाए जाएं।’’ स्नातक छात्र की मौत को लेकर अब तक दो विद्यार्थिंयों और एक पूर्व छात्र को गिरफ्तार किया गया है।