कोलकाता। पश्चिम बंगाल में मुर्शिदाबाद जिले के एक गांव में चोरी के आरोपी एक दिहाड़ी मजदूर की कथित तौर पर पुलिस हिरासत में मौत हो गई, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आंदोलनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। उन्होंने बताया कि मजदूर को बुधवार को एक पुलिसकर्मी के घर में चोरी करने के आरोप में हिरासत में लिया गया था।
मृतक के पिता ने आरोप लगाया कि उसके बेटे को शुक्रवार शाम पीट-पीटकर मार डाला गया। पुलिस ने इस आरोप को खारिज किया है। पिता ने दावा किया, ”मेरा बेटा निर्दोष है। पुलिस ने उसे बुधवार को हिरासत में लिया था और फिर उसकी हत्या कर दी।”नबग्राम पुलिस थाने के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी को न तो पीटा गया था और न ही उसे बंदी-गृह में रखा गया था।
अधिकारी ने कहा, ‘‘पुलिस थाने के पीछे एक स्थान पर उससे पूछताछ की जा रही थी, जहां हमने उसे शुक्रवार रात आठ बजे मृत पाया।” पुलिस ने आप्रकृतिक कारणों से हुई मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा, ‘‘शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जायेगा। हम अधिक जानकारी के लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच करेंगे।”