कोलकाता। पश्चिम बंगाल में बारिश की शुरुआत के साथ ही विकराल रूप लेते जा रहे डेंगू के तेज संक्रमण को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और मेयर फिरहाद हकीम के अजीबोगरीब बयान पर नेता प्रतिपक्ष और वरिष्ठ भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी ने चुटकी ली है। मंगलवार को उन्होंने ट्विटर पर एक तस्वीर डाली है जिसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उन शब्दों को कोट किया गया है। एक जगह ममता कहती हैं कि डेंगू बांग्लादेश से आ रहा है तो दूसरी ओर वह कह रही हैं कि पंचायत में बोर्ड गठित नहीं होने की वजह से डेंगू बढ़ रहा है।
ममता ने यह भी कहा है कि जिस तरह से राज्य में किसी साल आम ज्यादा और किसी साल कम उत्पादन होता है उसी तरह से किसी साल ज्यादा तो किसी साल कम डेंगू होता रहता है। इसके अलावा कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने कहा है कि आर्थिक वृद्धि और विकास की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू बढ़ा है। इसे लेकर उन्होंने एक पोस्टर भी ट्विटर पर डाला है जिसमें कंफ्यूज हुआ मच्छर पूछ रहा है कि क्या मैं बांग्लादेशी हूं?
इसके बाद ट्विटर पर शुभेंदु ने लिखा है, “डेंगू की स्थिति पर राज्य के शीर्ष प्रशासनिक अधिकारियों की टिप्पणियाँ चिंताजनक हैं। यह स्पष्ट नहीं है कि वे ऐसी गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणियाँ क्यों कर रहे हैं? मामले को हल्का करने के लिए या अपनी अक्षमता और नाकामी पर पर्दा डालने के लिए? स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का उद्देश्य शायद बीएसएफ के कंधों पर दोष मढ़ना है कि वे भारत-बांग्लादेश सीमा पर मच्छरों की घुसपैठ क्यों नहीं रोक पा रहे हैं!
वहीं पंचायत बोर्ड का गठन नहीं होने से स्वास्थ्य विभाग कोई काम नहीं कर पा रहा है, यह आश्चर्य की बात है। क्या पंचायत नेता टेंडर बुलाकर सरकारी अस्पतालों में डेंगू टेस्ट किट की कमी को पूरा करेंगे? ऐसा प्रतीत होता है कि मेयर भी अर्थशास्त्री बन गये हैं! सामाजिक-आर्थिक विश्लेषण से उन्होंने समस्या (डेंगू का संक्रमण) तो ढूंढ ली लेकिन समाधान नहीं ढूंढ सके!”