सिलीगुड़ी। स्थानीय मुद्दों को दरकिनार कर मणिपुर पर एकतरफा प्रस्ताव पारित करने से नाराज होकर सिलीगुड़ी नगर निगम के 18वें मासिक बोर्ड बैठक में चर्चा के दौरान बीजेपी व वामपंथी पार्षदों ने वॉकआउट किया। आरोप है कि सत्ताधारियों ने स्थानीय मुद्दों को दरकिनार कर मणिपुर पर एकतरफा प्रस्ताव पारित कर दिया है। घटना में वामपंथियों ने शिकायत की कि चेयरमैन नगर पालिका को असंवैधानिक तरीके से चला रहे हैं। शुक्रवार को सिलीगुड़ी नगर निगम के मासिक सत्र के बीच में ही माहौल गरमाने लगा।
कथित तौर पर, सिलीगुड़ी शहर के विधान रोड इलाके में अवैध इमारत से संबंधित प्रस्ताव विपक्ष को प्रतिलिपि पढ़ने के लिए न्यूनतम समय दिए बिना पारित कर दिया गया था। इतना ही नहीं, अन्य स्थानीय मुद्दों को छोड़कर, सत्ताधारी पार्टी ने अचानक मणिपुर का मुद्दा उठाया और प्रस्ताव पारित कर दिया। इसके बाद लेफ्ट और बीजेपी ने मासिक बैठक से वॉकआउट कर दिया। उधर मेयर का कहना है कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद उसी दिन बिल्डिंग पर फैसला हो जाना चाहिए था। इसलिए सभी पक्षों को सूचित करने के बाद इसे पारित किया गया है।
प्रोफेसरों की सुरक्षा मुद्दे पर चर्चा के लिए दिनहाटा कॉलेज पहुंचे मंत्री उदयन गुहा
कूचबिहार। दिनहाटा कॉलेज के प्रोफेसरों के अपमान के आरोप पर धरना प्रदर्शन की घटना के बाद उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा शुक्रवार को दिनहाटा कॉलेज पहुंचे। उन्होंने प्रोफेसरों की सुरक्षा के मुद्दे पर चर्चा के बाद उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने का वादा किया। उल्लेखनीय है कि गुरुवार को दिनहाटा कॉलेज के परीक्षा हॉल में नकल रोकने पर छात्रों द्वारा प्रोफेसर को अपमानित करने का आरोप सामने आया। घटना के बाद कॉलेज के प्राचार्य व प्रोफेसरों ने दिनहाटा कूचबिहार राज्य सड़क को जाम कर दिया और विरोध प्रदर्शन करते हुए धरने पर बैठ गये।
घटना की जानकारी मिलने पर मंत्री उदयन गुहा शुक्रवार को वहां गए और उन्होंने सुरक्षा मुद्दे पर गौर करने का वादा किया और आखिरकार दिनहाटा कॉलेज प्रबंधन ने धरना प्रदर्शन रद्द किया। शुक्रवार को मंत्री उदयन गुहा ने दिनहाटा कॉलेज पहुंचकर वहां के प्राचार्य डॉ. अब्दुल अवल समेत कॉलेज प्रबंधन से विभिन्न सुरक्षा मुद्दों पर बातचीत की।