मुंगेर : बिहार के मुंगेर में दशहरे के अवसर पर मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच हुई हिंसक झड़प में एक युवक की मौत के बाद गुरुवार को लोगों का आक्रोश एक बार फिर फूट पड़ा और लोगों ने जमकर तोड़फोड़ की। मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस द्वारा चलाई गई गोली में युवक की जान गई। आक्रोशित लोग पुलिस पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आक्रोशित भीड़ गुरुवार को सड़कों पर उतर गई और वासुदेवपुर आउटपोस्ट (ओपी) तथा पूरबसराय ओपी पर पथराव किया और आग लगा दी। वासुदेवपुर ओपी में तैनात एक अधिकारी ने बताया कि 150 से 200 लोगों ने अचानक थाने पर पथराव कर हमला कर दिया और आग लगा दी। उन्होंने बताया किसी तरह हम लोगोें ने जान बचाई।
आक्रोशित लोगों ने थाने में लगे वाहनों को भी फूंक दिया। इसके अलावा, पुलिस अधीक्षक कार्यालय और अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) आवास में जमकर तोड़फोड़ की। इसके बाद क्षेत्र का माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। शहर में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि कोतवाली थाना क्षेत्र में दशहरा के मौके पर दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान लोगों और पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़प में एक युवक अनुराग कुमार की मौत हो गई तथा कई लोग घायल हो गए। इसके बाद चुनाव के कारण कई राजनीतिक दलों ने इसे मुद्दा बनाकर सरकार पर निशाना साधा।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी इस मामले में कड़ी कार्रवाई के साथ ही उच्च न्यायालय के किसी सेवानिवृत्त न्यायाधीश से पूरे घटना की जांच की मांग की थी। उन्होंने तो इस घटना की तुलना जालियांवाला बाग से कर दी। लोजपा के चिराग पासवान ने भी इस मामले को लेकर सरकार को आड़े हाथों लिया।