जलपाईगुड़ी। युवक को अज्ञात सांप ने काट लिया था और वह सांप को नहीं पहचान पाने के कारण काफी चिंतित हो गया। युवक तुरंत सांप को पकड़कर अस्पताल पहुंचा। ऐसी घटना से सनसनी फैल गयी है। धुपगुड़ी ब्लॉक के बारोघरिया इलाके का बिश्वनाथ मंडल नामक युवक रविवार की रात घर के पास अपने दोस्तों के साथ बातचीत कर रहा था। उसी समय अचानक उसे ऐसा महसूस हुआ कि उसके दाहिने पैर में कोई चीज काट रही है।
इधर-उधर खोजने के बाद आख़िरकार उसने आस-पड़ोस के लोगों को बुलाना शुरू कर दिया। उन्होंने आकर उसके दाहिने पैर पर चोट के निशान और बगल में एक दुर्लभ प्रजाति का सांप देखा। इसके बाद स्थानीय लोगों ने उसके दाहिने पैर पर चोट के निशान के ठीक ऊपर तौलिये से बांध दिया और अस्पताल ले गये।
वहां डॉक्टरों ने उसका प्राथमिक उपचार शुरू किया, हालांकि पहले तो वहां के निवासियों ने सांप को देखा और सोचा कि यह दराश सांप है, लेकिन नहीं, सांप का सिर दराश सांप जैसा है, लेकिन पूरा शरीर “कलाच” सांप जैसा दिखता है। इसलिए उस सांप को लेकर अस्पताल पहुंचे तो अस्पताल के डॉक्टर भी सांप को पहचान नहीं पाये जिससे परेशानी होना स्वाभाविक है। वहीं इंटरनेट पर सर्च करने के बाद भी अभी तक उस सांप के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
सैकड़ों की संख्या में जंगली हाथी जंगल छोड़कर बस्ती में घुसे
जलपाईगुड़ी। तीस्ता नदी के तट पर सैकड़ों की संख्या में जंगली हाथी जंगल छोड़कर बस्ती में आ गये हैं। सोमवार की सुबह हाथियों का एक समूह जलपाईगुड़ी सदर ब्लॉक के रंगधामाली, छतरापाड़ इलाके को पार कर पहाड़पुर ग्राम पंचायत के छोटा चौधरीपाड़ा इलाके में घुस गया। स्थानीय निवासियों ने सुबह-सुबह हाथियों का विशाल झुंड देखा। वहाँ कुछ हाथी के बच्चे भी हैं। हाथियों का एक झुंड तीस्तार तट से सटे रिहायशी इलाके में घुस गया, जिससे इलाके के निवासियों में दहशत फैल गई।
खबर पाकर वन विभाग के कर्मचारी और अधिकारी मौके पर पहुंचे। वे लोगों को सावधान रहने की सलाह दी। रविवार देर रात हाथियों का दल बैकुंठपुर जंगल से तीस्ता के किनारे आ गया था। सोमवार सुबह से ही वे तीस्ता नदी के किनारे घूम रहे है। दिन का उजाला होने के कारण उन्हें जंगल में लौटाना संभव नहीं था। इसलिए वनकर्मी लगातार हाथियों के दल की गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं।