मुम्बई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने देश के वर्तमान राजनीतिक माहौल की तुलना 1977 से करते हुए शनिवार को विश्वास जताया कि इस बार विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ मिलकर चुनाव लड़ेंगे और देश में परिवर्तन आयेगा। पवार ने राकांपा के 25वें वर्ष में प्रवेश करने के अवसर पर अपने संदेश में कहा, “ मुझे याद है कि 1977 में देश में ऐसी ही स्थिति थी। कोई एक नेता सामने नहीं था, लोगों ने बदलाव का मन बना लिया, चुनाव के वक्त देश में एक नया माहौल पैदा हो गया और जनता पार्टी की हुकूमत आयी थी। ”
उन्होंने विपक्ष की एकता पर बल देते हुए कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में अलग-अलग विचारधारा की पार्टियों को एक साझा कार्यक्रम पर आगे चलने की तैयारी रखकर हाथ मिलाना चाहिए। उन्होंने कहा, “ मुझे विश्वास है कि इस देश की जनता परिवर्तन के लिए इन सभी की मदद करेगी। राकांपा अध्यक्ष ने बिहार के मुख्यमंत्री एवं जनता दल (यूनाइटेड) के नेता नीतीश कुमार की मेेजबानी में 23 जून को पटना में होने वाली बैठक का उल्लेख करते हुए कहा,“ हम सभी विपक्ष के लोग बिहार में मिलेंगे और एक कार्यक्रम तय करेंगे। ”
पवार ने कहा कि एक साझे कार्यक्रम को विपक्षी दलों द्वारा देश की जनता के सामने रखा जायेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा देश में साम्प्रदायिकता और दहशत फैलाने की राजनीति कर रही है और ‘साम्प्रदायिक विचारों को महत्व देना, उनसे दहशत का माहौल पैदा करना, महिलाओं पर अत्याचार जैसी परिस्थिति का निर्माण करना ही उसका का काम रह गया है। ’
उन्होंने कहा, “ एक दिन ऐसा नहीं जाता कि देश के किसी न किसी कोने में महिलाओं पर अत्याचार, अल्पसंख्यक, दलित भाइयों पर अत्याचार नहीं होते। …भाजपा जब भी हुकूमत में आती है, छोटे वर्गों के हितों की रक्षा नहीं होती। आज किसानों की स्थिति गंभीर है, किसान भी कुछ न कुछ परिवर्तन चाहता है।