तारकेश कुमार ओझा, चंदननगर। हुगली जिला अंतर्गत चंदननगर के ज्योतिरिंद्र सभागृह में “चुंचुड़ा मुकुर श्रुतिनाटक समूह” के संचालन में रविवार को एक दिवसीय श्रुतिनाट्य उत्सव आयोजित किया गया। श्रुति नाटक के राज्य समन्वय मंच का यह नौवां सत्र था, जिसमें 10 जिलों के प्रतिनिधि शामिल रहे। इससे पहले आठ जिलों में आठ सत्र हुए थे। 9वां अधिवेशन हुगली जिले में “मुकुर” के आयोजन में पूरी तरह सफल रहा। सबसे बढ़कर इस श्रवण उत्सव में श्रोताओं की उपस्थिति दर्शनीय थी। राज्य समन्वय मंच के संयुक्त सचिव और मुकुर के प्रमुख नेता ज्योतिर्मय चक्रवर्ती ने कहा, “हमारा मंच श्रुतिनाटक को और लोकप्रिय बनाने के लिए काम कर रहा है।
इस आयोजन में प्रत्येक जिले की विभिन्न नाट्य मंडलियों ने ध्यान आकर्षित किया। सबसे उल्लेखनीय प्रस्तुतियों में से दो नाटक “गुड टच, बैड टच” थे, जो ज्योतिर्मय चक्रवर्ती द्वारा लिखित और निर्देशित थे और कविता महाविद्यालय “बंद्या समाज सोनो” थे। इस नाट्य की सामग्री का मुख्य उद्देश्य वर्तमान सामाजिक व्यवस्था के अंधेरे पहलुओं पर प्रकाश डालना और एक रास्ता खोजना था। ये दोनों प्रोडक्शन मुकुर के हर सदस्य की लगन और मेहनत का प्रतिफल रहा।
महोत्सव में पुरुलिया, मुर्शिदाबाद, कोलकाता, बांकुड़ा और अन्य जिलों के श्रुतिनाटक समूह के सदस्य उपस्थित थे। इस अवसर पर नाटककार ज्योतिर्मय चक्रवर्ती का तीसरा ऑडियो प्ले बुक “एक मलाटे एगरो टी श्रुतिनाटक” का लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन अशोक मुखोपाध्याय व सत्यप्रिया सरकार ने किया। दुर्गापुर श्रुतिरंगम बच्चों की प्रस्तुति और उत्तरपाड़ा काव्यस्पंदन के प्रदर्शन ने सभी उपस्थित लोगों का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट करने में सफलता हासिल किया।