कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीन मई को हावड़ा स्टेशन से सरायघाट एक्सप्रेस के जरिए मालदा गई थीं। अब इसे लेकर वरिष्ठ भाजपा विधायक और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने दावा किया है कि ममता के इस सफर की वजह से ट्रेन को अनावश्यक तौर पर कई स्टेशनों पर रोका गया और नियमों की धज्जियां उड़ाई गईं। उन्होंने इस मामले में जांच की मांग की है और कहा है कि अगर ममता का साथ देने में रेलवे के कोई अधिकारी शामिल रहे हैं तो जांच कर उसे दंडित किया जाए।
अपने पत्र में शुभेंदु ने लिखा है कि सरायघाट एक्सप्रेस पूर्वोत्तर भारत को देश के दूसरे राज्यों से जोड़ती है। यात्रियों की सुविधाओं के लिए रेलवे की प्रतिबद्धता के बावजूद इस ट्रेन को ममता बनर्जी ने हाईजैक किया। बर्दवान स्टेशन पर इसका स्टॉपेज नहीं होने के बावजूद वहां पांच मिनट रोका गया था ताकि ममता बनर्जी अपनी पार्टी के एक नेता खोकन दास से बात कर सकें।
इसके बाद यही काम बोलपुर स्टेशन पर भी किया गया जहां ममता की पार्टी के नेता विकास राय चौधरी और मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा को ट्रेन में बैठाया गया। इसके बाद फाइनली मालदा स्टेशन पर ट्रेन को जहां सिर्फ 15 मिनट रुकनी चाहिए वहां 31 मिनट तक रोक कर रखा गया। यह बेहद आपत्तिजनक है।
अगर इसमें ममता बनर्जी का साथ देने के लिए रेलवे के अधिकारी शामिल रहे हैं तो इसकी जांच कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। उल्लेखनीय है कि अपने जिला सफर पर रवाना होने के लिए ममता ने हावड़ा से सरायघाट एक्सप्रेस ट्रेन पकड़ी थी। शुभेंदु ने अपने पत्र में आरोप लगाया है कि इसके जरिए उन्होंने राजनीतिक हित साधा है और रेलवे के अधिकारी इसमें मददगार बने हैं।