पेरिस। फ्रांस के गृह मंत्रालय ने कहा कि इस साल पूरे फ्रांस में करीब 782,000 लोगों ने अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर विरोध-प्रदर्शन में भाग लिया। विवादास्पद पेंशन सुधार विधेयक को लेकर जारी सामाजिक तनाव के बीच विरोध-प्रदर्शन हुए। प्रदर्शन में शामिल लोगों की संख्या पिछले साल 1 मई को 116,500 थी जिसमें इस साल भारी वृद्धि हुई है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, पेंशन सुधारों के खिलाफ हुए हालिया आंदोलनों की तरह ही सोमवार का विरोध-प्रदर्शन भी पेरिस, ल्योन और मार्सिल सहित प्रमुख शहरों में हिंसक हो गया।
फ्रांसीसी गृह मंत्री गेराल्ड डर्मैनिन के अनुसार, विरोध- प्रदर्शनों के दौरान कम से कम 108 पुलिस और अर्धसैनिक जवान घायल हो गए। पेरिस में एक प्रदर्शनकारी ने मोलोटोव कॉकटेल चलाया जिससे एक पुलिस अधिकारी का चेहरा और हाथ झुलस गए।
फ्रांस की प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न ने सुरक्षा बलों के खिलाफ हिंसा की निंदा की। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा, मार्च के दौरान हिंसा के ²श्य अस्वीकार्य हैं।
फ्रांस की संवैधानिक परिषद ने 14 अप्रैल को सेवानिवृत्ति की आयु धीरे-धीरे बढ़ाकर 62 से 64 साल करने की घोषण की थी। बोर्न ने पहली बार जनवरी में पेंशन सुधार योजना का ब्योरा पेश किया था। इसके अनुसार, 2027 से पूर्ण पेंशन के लिए पात्र होने के लिए कम से कम 43 साल की सेवा आवश्यक होगी।