कोलकाता। पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले के हिंसा प्रभावित कलियागंज में सोमवार सुबह से जनजीवन सामान्य होता दिखा, हालांकि भारी पुलिस बल अब भी तैनात है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इलाके में 17 वर्षीय एक लड़की की मौत के बाद हिंसा भड़क गई थी और तभी से यहां तनाव व्याप्त है। अधिकारियों ने बताया कि बाजार हमेशा की तरह खुले हैं, लेकिन पुलिस ने बड़ी संख्या में लोगों को एकत्र होने की अनुमति नहीं दी है। इलाके में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू है।
रायगंज के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘ स्थिति शांतिपूर्ण है और कलियागंज तथा उसके आसपास कहीं से भी कानून-व्यवस्था संबंधी किसी समस्या की कोई खबर नहीं है। निषेधाज्ञा लागू होने के कारण बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है।’’ गौरतलब है कि लड़की के लापता होने के एक दिन बाद गत शुक्रवार को उसका शव नहर में मिला था। जिसके बाद इलाके में हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे। पुलिस ने बताया कि लड़की की मौत के सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
जिसमें से 20 वर्षीय एक युवक की पहचान इस मामले में मुख्य आरोपी के तौर पर की गई है। पुलिस ने बताया कि लड़की की मां की शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि इस बीच इलाके में हुई हिंसा के सिलसिले में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो के नेतृत्व में एक दल ने रविवार को लड़की के परिवार से मुलाकात की।