जलपाईगुड़ी। राज्य में ममता बनर्जी की राजनीति ही भ्रष्ट है। जब वह केंद्रीय रेल मंत्री थी तब उन्होंने नौकरी भी दी थी। इसके एवज में पैसे लिए गए या नहीं इसकी भी जांच होनी चाहिए। भाजपा के केंद्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने रविवार को जलपाईगुड़ी में बंगाल के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति घोटाले पर बोलते हुए तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला। दिलीप घोष रविवार को जलपाईगुड़ी पहुंचे। उन्होंने जलपाईगुड़ी जिला कार्यालय में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की साथ ही इस दौरान अन्य दलों से भाजपा में शामिल होने वाले कार्यकर्ताओं को पार्टी का झंडा सौंपकर उनका स्वागत किया।
इसके बाद जब मीडिया से उनका सामना हुआ व महंगाई भत्ता या डीए की मांग को लेकर आंदोलन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वंचित महसूस करने वाले आंदोलन कर रहे हैं। उन्हें विरोध करने का अधिकार है। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि वे नैतिक दृष्टिकोण से इस आंदोलन में शामिल हैं। दिलीप घोष ने नगरपालिका भर्ती भ्रष्टाचार पर सीबीआई जांच के संदर्भ में कहा कि राज्य में तृणमूल सरकार आने के बाद से सभी भर्ती प्रक्रियाओं में भ्रष्टाचार हुआ है।
इसके बाद तृणमूल सुप्रीमो को घसीटते हुए कहा कि ममता बनर्जी ने केंद्र में रेल मंत्री रहते हुए भी कई लोगों को नौकरी दी थी। इसलिए इस बात की जांच होनी चाहिए कि क्या उस नौकरी को देने में पैसे लिए गए। दिलीप घोष ने दावा किया कि जिन लोगों को उस नौकरी में नियुक्त किया गया था उनमें भ्रष्टाचार था। इस बीच जब तृणमूल नेता राज्य में नौकरियों में भ्रष्टाचार को लेकर सीबीआई के जाल में फंस रहे हैं तो दिलीप घोष ने पार्टी सुप्रीमो पर रेलवे में नौकरी देने का आरोप लगाकर राज्य की राजनीति में नई बहस शुरू कर दी है।