वाशिंगटन। नेटो का दावा है कि चीन के पास 2035 तक करीब 1,500 परमाणु हथियार होने की उम्मीद है। नेटो के सेक्रेटरी जेन्स स्टोल्टनबर्ग ने कहा, “लंबी अवधि के लिए हमें एक अधिक खतरनाक और प्रतिस्पर्धी दुनिया के लिए अपने नजरिए पर फिर से विचार करने की जरूरत है। इसका मतलब है कि चीन के साथ बातचीत करना जरूरी है, जिसके पास 2035 तक 1,500 परमाणु हथियार होने का अनुमान है।
वैश्विक शक्ति के रूप में चीन की वैश्विक जिम्मेदारियां हैं और चीन को भी हथियार नियंत्रण समझौते की पारदर्शिता से फ़ायदा होगा। स्टोल्टनबर्ग ने ये भी कहा कि “हम चीन को विरोधी नहीं मानते लेकिन चीन हमारे हितों, नेटो के मूल्यों और हमारी सुरक्षा के लिए कुछ चुनौतियां पेश करता है। इसलिए चीन से बातचीत होना और भी जरूरी हो जाता है।”
नेटो ने ने अपने बयान में कहा है कि हथियारों के मामले में चीन पारदर्शिता नही रख रहा और लगातार अपने परमाणु हथियारों को ज़खीरे में वृद्धि कर रहा है। वहीं अमेरिका की उप-विदेश मंत्री वेंडी शेरमैन ने कहा कि “हम ये साफ कर देना चाहते हैं कि अमेरिका चीन के साथ कोई विवाद नहीं चाहता बल्कि वह एक बेहतर प्रतिद्वंदी बनना चाहता है, और हम चीन के साथ अपनी प्रतिद्वंदिता को ही आगे बढ़ाएंगे।