कूचबिहार। पश्चिम बंगाल स्टेट इलेक्ट्रिकल कॉन्ट्रैक्टर्स एसोसिएशन कूचबिहार में आरडीएसएस परियोजना का काम बिजली सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार के लिए बिजली विभाग द्वारा सूचीबद्ध ठेकेदारों को देने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहा है। आज ठेकेदार संगठन के सदस्यों ने एकत्रित होकर विद्युत विभाग के कूचबिहार मंडल प्रबंधक को ज्ञापन सौंपा और आरडीएसएस परियोजना का कार्य उन्हें सौंपे जाने की मांग की।
उस संस्था की ओर से जानकारी दी गई है कि वे बारिश और तूफान में साल भर बिजली सेवा प्रदान करते हैं। लेकिन आरडीएसएस की योजना किसी बड़ी कंपनी को प्रोजेक्ट का काम देने की है। इसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट का काम बिजली विभाग द्वारा सूचीबद्ध ठेकेदारों को दिया जाए। मालूम हो कि बिजली सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार के लिए राज्य और केंद्र संयुक्त रूप से परियोजना पर काम कर रहे हैं। इसमें परियोजना पर काम करने के लिए केंद्र 65 प्रतिशत और राज्य 35 प्रतिशत वित्तीय आवंटन प्रदान करेगा।
परियोजना के माध्यम से सभी बिजली लाइनों के लिए केबल तारों का उपयोग किया जाएगा। प्रत्येक पावर स्टेशन के आधुनिकीकरण सहित कई कार्य किए जाएंगे। सूत्रों के मुताबिक 190 करोड़ रुपए का काम सिर्फ कूचबिहार जिले में होगा। वेस्ट बंगाल स्टेट इलेक्ट्रिकल कॉन्ट्रैक्टर्स एसोसिएशन का दावा है कि जिले में साल भर में पांच हजार से ज्यादा मजदूर उनके साथ काम करते हैं। उन श्रमिकों और उनके परिवारों को लाभ होगा। वहीं दूसरी ओर अगर काम किसी मल्टीनेशनल कंपनी को सौंप दिया जाता है तो इन कर्मचारियों की नौकरी चली जाएगी और बिजली सेवा भी लंबे समय के लिए ठप हो जाएगी।