कोलकाता। रामनवमी पर बंगाल और बिहार में हिंसा भड़कने के बाद अब हनुमान जयंती से पहले दोनों ही राज्यों में काफी सावधानी बरती जा रही है और सुरक्षा के कड़े इंतजाम रखे गए हैं। मौजूदा हालात को देखते हुए पश्चिम बंगाल सरकार अलर्ट मोड पर है। 6 अप्रैल को हनुमान जयंती पर भक्त शोभायात्रा निकालने की तैयारी पर हैं। पिछले साल हनुमान जयंती पर दिल्ली, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल में सांप्रदायिक हिंसा की खबर आई थी। उससे सबक लेते हुए इस बार बंगाल सरकार ने भारी सुरक्षा बल तैनात किया है।
बंगाल में रामनवमी पर दो पक्षों में पत्थरबाजी के बाद कोलकाता में हुगली के दो इलाके रिसड़ा और श्रीरामपुर में धारा 144 लागू है। इसके अलावा हावड़ा के दो थाने शिबपुर और हावड़ा थाना में भी धारा 144 लागू है। वहीं बिहार के नालंदा में हाल ही में हुई हिंसा के बाद अगले आदेश तक इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है और दोपहर 2 बजे दोपहर तक दुकाने खोले जाने का आदेश है।
साथ ही अगले आदेश तक स्कूल-कॉलेजों को भी बंद कर दिया गया है। देशभर के कई राज्यों में हिंसात्मक घटनाओं को लेकर बिहार और बंगाल की सरकारे बीजेपी के निशाने पर हैं। हालांकि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी को हिंसक झड़प का जिम्मेदार ठहराया है। पश्चिम बंगाल और बिहार में भड़की हिंसा को लेकर बीजेपी लगातार टीएमसी सरकार और नीतीश सरकार का घेराव कर रही है।
बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने ममता सरकार पर आरोप लगाया था कि टीएमसी सरकार राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने में विफल साबित हुई है। वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने को दंगा कराने वाली पार्टी बताया था और केंद्रीय बल पर राज्य में दंगे भड़काने का आरोप लगाया था। इसके अलावा बीजेपी की ओर से लगातार नीतीश सरकार पर भी विफलता के आरोप लग रहे हैं।