कोलकाता। रामनवमी की शोभायात्रा पर हुए हमले और जगह-जगह दो गुटों के बीच हिंसा को लेकर वरिष्ठ भाजपा विधायक और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी की सरकार के राजनीतिक विसर्जन का आह्वान किया है। सोमवार को हुगली के उत्तरपाड़ा में पहुंचे शुभेंदु अधिकारी ने रिसड़ा हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि अगर बंगाल के लोग ममता बनर्जी की सरकार का लोकतांत्रिक तरीके से विसर्जन नहीं करेंगे तो बंगाल पाकिस्तान या बांग्लादेश से भी बदतर बन जाएगा।
रिसड़ा की घटना में पुरसुरा से भाजपा के विधायक विमान घोष घायल हुए हैं। वह उत्तरपाड़ा के एक नर्सिंग होम में भर्ती हैं। उन्हीं को देखने के लिए शुभेंदु अधिकारी पहुंचे थे। यहां मीडिया से मुखातिब अधिकारी ने पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में कानून सभी के लिए समान नहीं है। रिसड़ा में धारा 144 लागू होने के बावजूद तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी को घुसने की अनुमति दे दी गई। हालांकि भाजपा प्रतिनिधिमंडल को नहीं जाने दिया जा रहा है। शुभेंदु ने कहा रिसड़ा में जो लोग घायल हुए हैं अथवा जिन पर भी हमला हुआ है उन प्रत्येक व्यक्ति के घर घर मैं जाऊंगा। धारा 144 हटने के बाद जाऊंगा। अगर पुलिस अनुमति नहीं देगी तो कोर्ट की अनुमति लेकर जाऊंगा।
शुभेंदु ने कहा कि हावड़ा के शिवपुर की तरह हुगली के रिसड़ा में हुए हमले में पुलिस मूकदर्शक बनी रही। वारदात को लेकर हिंदू समुदाय के लोगों की गिरफ्तारी हो रही है जबकि हकीकत यह है कि हिंसा दूसरे समुदाय के लोगों ने की। उन्होंने कहा कि घटना का सीसीटीवी फुटेज देखने पर इससे संबंधित साक्ष्य मिल जाएंगे। इसके बाद सीधे तौर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए शुभेंदु ने कहा कि ममता बनर्जी सबसे अधिक सांप्रदायिक हैं। वह खुद को सेकुलर बताने का ढोंग करती हैं लेकिन चुनाव में हर समय सबसे अधिक सांप्रदायिक नेता बनकर उभरती हैं। उनकी राजनीतिक तुष्टीकरण पर टिकी हुई है। इसीलिए बंगाल के लोगों को ममता बनर्जी सरकार का विसर्जन जल्द से जल्द करना होगा।