तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : जो दम भरते थे चौकीदारी का , आज वे बाजार में खड़े होकर चिल्ला – चिल्ला कर पूछ रहे हैं … बोलो क्या – क्या खरीदोगे । कुछ ऐसी ही भावाभ्यक्ति के साथ बुधवार की शाम नौ ट्रेड यूनियनों के कार्यकर्ताओं ने खड़गपुर के बोगदा में धरना – प्रदर्शन किया । रेल बचाओ , देश बचाओ के गगनभेदी नारों के साथ प्रदर्शन में वामपंथी समेत अन्य यूनियनों के समर्थक शामिल हुए । नेतृत्व देने वालों में माकपा के अनिल दास , अनित बरण मंडल व काली नायक तथा भाकपा के विप्लव भट व सुभाष लाल आदि शामिल रहे। सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि भाजपा देशवासियों को अच्छे दिनों का सपना दिखाकर सत्ता में आई थी, लेकिन हकीकत में इससे
बुरे दिन देश ने शायद ही पहले कभी देखे हों।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी खुद को चौकीदार बताते हुए देश नहीं बिकने देने का दम भरते थे । लेकिन आज पूंजीपतियों से पूछा जा रहा है कि आप क्या – क्या खरीदना चाहेंगे । रेलवे के निजीकरण की भी कोशिशें चल रही है । हमें रेल बचा कर देश बचाना होगा । रेलवे यदि निजी हाथों में चला गया तो परिसेवा आम आदमी की पहुंच से काफी दूर हो जाएगी । सभा के अंत में संगठन की ओर से तैयार सामूहिक स्मार पत्र मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में जमा कराया गया । वहीं रेलवे के निजीकरण के खिलाफ संगठनों का आंदोलन लगातार जारी रखने की भी घोषणा की गई ।