कोलकाता। एडिनो वायरस और तीव्र श्वसन संक्रमण के बीच पश्चिम बंगाल (West Bengal) में बच्चों के मरने का सिलसिला जारी रहा। वायरस संक्रमण से फिर तीन बच्चों की मौत हो गई। दूसरी ओर सरकार के कड़े निर्देश के बावजूद गंभीर रूप से बीमार बच्चों को जिलों से कोलकाता (Kolkata) के अस्पतालों में रेफर जारी है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों में वायरस का संक्रमण पहले से कम होने का दावा किया है। कलकत्ता मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में दो और डॉ बीसी रॉय अस्पताल में एक बच्चे की मौत हुई। कलकत्ता मेडिकल कॉलेज में मरने वाले बच्चों की उम्र छह माह थी।
पिछले दो महीने से राज्य में वायरस जनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ा है। बुखार, निमोनिया और सांस लेने में परेशानी से करीब 100 बच्चों की मौत हुई है। साढ़े पांच हजार से अधिक बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं। अस्पतालों की स्थिति और बुनियादी ढांचे की जांच करने के लिए बाल सुरक्षा आयोग की चेयरपर्सन सुदेशना रॉय और आयोग की सदस्य अननन्या चट्टोपाध्याय ने कोलकाता (Kolkata) के अस्पतालों का दौरा किया। स्वास्थ्य विभाग ने कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द करने का आदेश दिया है।
स्वास्थ्य विभाग और विभिन्न अस्पतालों के डॉक्टरों (Doctors) ने बताया कि पहले की तुलना में वायरस जनित बीमारियों से पीड़ित बच्चों की संख्या कम हुई है। सभी सरकारी अस्पतालों में एक बेड पर एक ही बच्चे का इलाज चल रहा है, जबकि पहले एक ही बेड पर दो से अधिक बच्चों का इलाज किया जा रहा है। इसके अलावा पीआईसीयू में रखे जाने वाले बच्चों की संख्या भी कम हुई है। पीआईसीयू बेड रिक्त रह रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार गर्मी बढ़ने के कारण वायरस संक्रमण कम होने लगा। जल्द ही इसका प्रभाव खत्म हो जाएगा।