कोलकाता। प्रसिद्ध बंगाली उपन्यासकार और लघु कथा लेखक सस्थीपद चट्टोपाध्याय का निधन हो गया है। प्रसिद्ध ‘पांडव गोएंडा’ (पांच जासूस) श्रृंखला के निर्माता 82 वर्ष के थे। चट्टोपाध्याय ने 1961 में ‘दैनिक बासुमति’ में अपनी पहली साहित्यिक कृति ‘कामाख्या भ्रमन’ (कामाख्या की यात्रा) प्रकाशित की।
चट्टोपाध्याय उसी वर्ष आनंदबाजार पत्रिका में शामिल हुए और भारतीय रेलवे में शामिल होने से पहले इसके ‘रबिबासर्यो’ पूरक के लिए काम किया। लघु कथाओं के अलावा, चट्टोपाध्याय ने कई उपन्यास और यात्रा वृतांत लिखे थे, लेकिन 1981 में बच्चों के लिए ‘पांडव गोएंडा’ साहसिक जासूसी श्रृंखला की रिलीज के बाद उन्हें काफी लोकप्रियता मिली।
उन्होंने दो और जासूसी श्रृंखलाएं बनाईं – ‘डिटेक्टिव अंबर चटर्जी’ और ‘गोएंदा तातार’। पश्चिम बंगाल सरकार ने 2017 में उन्हें बाल साहित्य में उनके योगदान के लिए ‘बांग्ला अकादमी पुरस्कार’ से सम्मानित किया था। चट्टोपाध्याय ने 1961 में ‘दैनिक बासुमति’ में अपनी पहली साहित्यिक कृति ‘कामाख्या भ्रमन’ (कामाख्या की यात्रा) प्रकाशित की।