नयी दिल्ली। महंगाई दरों में बढ़ोतरी को देखते हुए प्राइवेट बैंकों के बाद पब्लिक सेक्टर बैंकों ने भी फिक्स्ड डिपोज़िट पर ज़्यादा ब्याज देने की शुरुआत कर दी है। ‘इकोनॉमिक टाइम्स’ की खबर के मुताबिक एफडी पर इन बैंकों की ब्याज दरें 7.75 से बढ़कर 8 फीसदी तक पहुंच गई हैं। सीनियर सिटिजन डिपोज़िटरों के लिए ब्याज दरें बढ़ कर 8.5 फ़ीसदी तक पहुंच गई हैं। इस मामले में एसबीआई ने पहल करते हुए 400 दिनों के एफ़डी पर 7.1 फ़ीसदी का ब्याज ऑफर किया है।
वहीं इस अवधि के दौरान सीनियर सिटिजन को 7.6 फीसदी ब्याज मिलेगा। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया 800 दिनों के डिपोज़िट पर 7.3 फीसदी ब्याज दे रहा है। सेंट्रल बैंक 444 दिनों के एफडी पर 7.25 फीसदी ब्याज दे रहा है। पंजाब और सिंध बैंक ऑनलाइन एफडी कराने पर 221 दिनों के लिए आठ फीसदी ब्याज दे रहे हैं।
इस तरह के एफडी पर वो सीनियर सिटिजन को साढ़े आठ फीसदी ब्याज दे रहा है। विश्लेषकों का कहना है कि बैंकों में एफ़डी पर कम ब्याज दरों के दौर में लोगों का रुझान म्यूचुअल फंड की ओर बढ़ा था लेकिन अब ऐसी बात नहीं है। लोगों का रुझान अब बैंक एफडी की ओर बढ़ रहा है क्योंकि म्यूचुअल फंड में रिटर्न की गारंटी नहीं है। इसलिए भी बैंक एफ़डी की ओर लोगों का रुझान बढ़ा है।