कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को राज्य विधानसभा में कई चौकानेवाले दावे किए हैं। उन्होंने दावा किया है कि उनके भाई कार्तिक बनर्जी और उनकी पत्नी कजरी बनर्जी को डरा धमका कर भाजपा अपने पार्टी में मिलाना चाहती थी। हालांकि उन्होंने भाई और भाभी का नाम नहीं लिया। ममता ने कहा, “मेरे भाई और भाभी को डराया धमकाया गया। उन्हें जबरदस्ती भाजपा में ले जाने की कोशिश हुई लेकिन वह नहीं गए क्योंकि उन्हें पता था कि मैं गुस्सा होउंगी, उन्हें डांटूंगी और फिर प्यार करूंगी।” उन्होंने कहा कि भाजपा में नहीं जाने की वजह से ही कार्तिक बनर्जी और उनकी पत्नी कजरी को निशाना बनाया जा रहा है। उनकी संपत्ति को लेकर कई बेबुनियाद दावे किए जा रहे हैं।
दरअसल पिछले हफ्ते बुधवार को बालीगंज के एक आवास में छापेमारी कर ईडी ने 1.40 करोड़ रुपये नगदी बरामद किया था। दावा किया गया था कि घर मनजीत सिंह ग्रेवाल का है। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने मनजीत सिंह के साथ ममता बनर्जी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर डाली थी। उसमें ममता के भाई कार्तिक बनर्जी भी थे। इसके बाद सोमवार को भी राज्य विधानसभा में संबोधन करते हुए शुभेंदु ने कहा कि ममता बनर्जी के भाई की पत्नी कजरी बनर्जी के जरिए 2.40 करोड़ रुपये का हेरफेर हुआ है जो कोयला तस्करी से हासिल की गई थी।
उसी पर पलटवार करते हुए ममता ने विधानसभा में संबोधन करते हुए मनजीत सिंह ग्रेवाल के साथ शुभेंदु अधिकारी की भी तस्वीर दिखाई। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मेरे भाई और भाभी को डरा धमका कर भाजपा में ले जाने की कोशिश हुई थी। वह नहीं गए इसलिए उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। वे कोयला कोयला कर रहे हैं लेकिन कोलइंडिया किसके अधीन है? इसकी जांच क्यों नहीं हो रही। इसके बाद ममता ने कहा कि मैं मंदिर मस्जिद गुरुद्वारे सब जगह जाती हूं क्योंकि सब का सम्मान करती हूं। जो तस्वीर सोशल मीडिया पर डाली गई है वह गुरुद्वारे की है। मेरे पास कौन खड़ा है यह मैं कैसे जानूंगी।
ममता किसी की नहीं – मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा कि ममता बनर्जी किसी की नहीं हैं। मनजीत सिंह के साथ तस्वीर उनके भाई कार्तिक के साथ संपर्क स्थापित करने के लिए नहीं थी बल्कि ममता के साथ उनके संबंधों को उजागर करने के लिए थी। अब ममता अपने भाई को बलि का बकरा बना रही हैं।